गाजियाबाद। साहिबाबाद इलाके में रह रहे नेपाल के पशुपतिनाथ अखाड़े के महंत मार्तंड उर्फ पंकज त्यागी के घर पर सोमवार रात बदमाशों ने पेट्रोल बम से हमला कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने फारेंसिक टीम को बुलाकर जांच शुरू कर दी।
पंकज त्यागी ने बताया कि उनके घर के सामने भतीजा मदन रहता है। हर सुबह करीब सात बजे वह पूजा पाठ करने उनके घर आता है। मंगलवार सुबह करीब सात बजे वह घर के दरवाजे पर पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। दरवाजे के बाहर पीली पन्नी में लिपटी बोतल पड़ी थी। दरवाजे, दीवार व स्लैब पर पेट्रोल बिखरा था। दुर्गंध आ रही थी। मदन ने उन्हें इसकी जानकारी दी। वह भी बाहर आए। बाहर की स्थिति देखकर पता चला कि उनके घर पर पेट्रोल बम से हमला हुआ था। गनीमत रही कि पेट्रोल बम घर के अंदर नहीं गया, वरना बड़ा हादसा हो जाता। उन्होंने इसकी पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। अब तक पुलिस के हाथ कोई पुख्ता सुराग नहीं लगा। साहिबाबाद की सहायक पुलिस आयुक्त पूनम मिश्रा ने कहा कि मौके पर पहुंचकर छानबीन की गई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। सभी पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है। मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पहले मिल चुकी हैं धमकियाँ
पंकज त्यागी को चार से पांच बार ‘सर तन से जुदा’ नाम का धमकी भरा खत भी मिल चुका है। पिछले साल उन्होंने सितंबर में बताया था कि 17 अगस्त को उन्हें पहली बार अपने घर के बाहर हिंदी में लिखा हुआ एक लेटर मिला था, जिसमें सर तन से जुदा करने की बात और उन्हें धमकी दी गई थी। उसके बाद दूसरा लेटर उन्हें 29 अगस्त को उनके घर के बाहर मिला, जिसमें वही सब बातें लिखी हुई थीं।
घटना के बाद पुलिस ने 20 अगस्त को केस दर्ज किया था हालांकि, अभी तक ये मालूम नहीं चल सका है कि धमकी भरी चिट्ठी किसने भेजी थी। तीसरी बार उन्हें 12 सितंबर को अपने स्कूल के बाहर उर्दू में लिखा हुआ एक खत मिला है, जिसमें उन्हें धमकी दी गई है। पांचवीं बार 20 दिसंबर की सुबह वेस्ट बंगाल के पते से एक धमकी भरा पत्र उनके घर पहुंचा था।
पत्र में लिखा था कि ‘तू बहुत हिंदुत्व की बात करता, लेकिन इस्लाम सबसे ऊपर है और सबसे ऊपर रहेगा इंशाल्लाह, तुझे मिटाना होगा, तेरा सिर कलम करना होगा। अल्लाह का बंदा तुझे जमींदोज करेगा। तेरा वक्त खत्म हो गया है। तुझे कोई सरकार नहीं बचा पाएगी। महंत ने कहा, ‘उनकी जान पर खतरा बना हुआ है, लेकिन ना ही पुलिस ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराया है और न ही आरोपियों को पकड़ पाई है।’