लखनऊ। 26 जनवरी को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राजधानी दिल्ली के कर्तव्यपथ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा झंडा रोहण के बाद परेड का आयोजन किया गया। इस दौरान राज्यों की ओर से भव्य झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। कर्तव्य पथ पर आज उत्तर प्रदेश की झांकी देखते ही बन रही थी। इस झांकी में भगवान राम और माता सीता के वनवास से लौटने पर अयोध्या के लोगों द्वारा उनका स्वागत करते हुए दिखाया गया। रामनगरी अयोध्या की झांकी ने सभी का मन मोह लिया।
गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या में मनाए गए तीन दिवसीय दीपोत्सव को दिखाया गया, जो सबसे अलग नजर आई। झांकी में गुरु ऋषि वशिष्ठ की एक विशाल प्रतिमा अगले हिस्से में रखी गई। रथ पर भगवान राम, मां सीता के साथ लक्ष्मण बैठे नजर आए। वहीं इसके आगे जलता हुआ दीपक भी नजर आया, जो अज्ञानता को खत्म कर ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाने का प्रतीक है।
यूपी को मिल रहा दो साल से सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार
पिछले साल ऐतिहासिक राजपथ का नाम कर्तव्य पथ रखे जाने के बाद यह पहला गणतंत्र दिवस समारोह है। उत्तर प्रदेश पिछले दो साल से परेड में सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार जीतता आ रहा है। वर्ष 2022 की उत्तर प्रदेश की झांकी में आध्यात्मिक नगरी वाराणसी और वहां का काशी विश्वनाथ धाम आकर्षण का केंद्र बिंदु था।
इस बड़ी परियोजना का पहला चरण पिछले साल 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोगों को समर्पित किया गया था। इससे इस पवित्र शहर में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। साल 2021 में, राज्य की झांकी में 26 जनवरी की परेड के दौरान प्राचीन शहर अयोध्या की विरासत और राम मंदिर को दर्शाया गया था। झांकी के सामने महर्षि वाल्मीकि का एक बैठा हुआ प्रतिरूप था और मंदिर का प्रतिरूप पीछे की तरफ था।