नई दिल्ली। डिजिटल युग आने के बाद से लोगों के जीवन में कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल का इस्तेमाल बढ़ गया है। वहीं कोविड काल और लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्राॅम होम कल्चर बढ़ने से भी ऑफिस कर्मचारी लगातार कंप्यूटर पर काम करने लगे। ऐसे में लोगों के शरीर को खासा नुकसान हो रहा है। लोग कई तरह के रोगों का शिकार हो जाते हैं या फिर तनाव व थकान से ग्रस्त रहते हैं। निश्चित ही कंप्यूटर पर लगातार आंखे गड़ाए रखने के अपने नुकसान तो हैं ही इसके अलावा भी ऐसी कई छोटी-छोटी समस्याएं भी पैदा होती है, जिससे हम जाने-अनजाने लड़ते रहते हैं।
कंप्यूटर पर काम करने से गर्दन और बैक में दर्द होने लगता है। कंप्यूटर पर काम करने वाले लोग झुककर बैठते हैं या लगातार गर्दन झुकाए रहते हैं। जिसके कारण गर्दन दर्द होने के साथ ही हाथ पैर और पीठ व कमर में भी दर्द बढ़ जाता है, जो सामान्य जीवन के कामकाज में बाधा बनता है।
शरीर को नुकसान
स्मृति दोष, दूर दृष्टि कमजोर पड़ना, चिड़चिड़ापन और तनाव, पीठ दर्द, शारीरिक थकान, मानसिक थकान, भ्रम, दिमागी द्वंद्व, कब्ज, अनिद्रा
क्या हैं बचाव?
आपका कंप्यूटर आपकी आंखों के ठीक सामने रखा हो। ऐसा न हो की आपको अपनी आंखों की पुतलियों को ऊपर उठाए, दाएं या बाएं घुमाकर लगातर रखना पड़ रहा हो। ऐसे में जरा सिस्टम जमा लें। कंप्यूटर को आंखों से कम से कम 3 फिट दूर रखना चाहिए। कंप्यूटर पर काम करते वक्त अपनी सुविधानुसार हर 5 से 10 मिनट बाद 20 फुट दूर देखें। इससे दूर दृष्टि बनी रहेगी। स्मृति दोष से बचने के लिए अपने दिनभर के काम को रात में उल्टेक्रम में याद करें। जो भी खान-पान है उस पर पुन: विचार करें। आंखों की सुरक्षा और थकान मिटाने के लिए सुबह ध्यान और रात में सोते वक्त योग निद्रा का अभ्यास करें। अंग संचाल के अंतर्गत आंखों की एक्सरसाइज करें। जैसे आंखों की पुतलियों को दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे नीचे घुमाते हुए फिर गोल-गोल घुमाएं। इससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत होंगी।
योग भी कीजिए, गौमुखासन
इस आसन को आप आराम से अपनी कुर्सी पर बैठकर भी कर सकते हैं। इसके लिए एक तरफ का हाथ ऊपर उठाएं और पीठ के पीछे की तरफ ले जाएं। अब दूसरा हाथ नीचे की तरफ से पीठ के पीछे की तरफ लेकर जाएं। पीठ के पीछे इन दोनों हाथों को आपस में उंगलियों की मदद से पकड़ने का प्रयास करें। अब इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ से भी कर लें।
धनुरासन
धनुरासन के नियमित अभ्यास आप एक साथ कई सारी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। इससे कमर और पीठ का दर्द तो दूर होता ही है साथ ही अपर बॉडी के खिंचाव से कंधे और गर्दन की अकड़न भी दूर होती है। इसके लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और माथे को जमीन पर टिका दें। अपने पैरों को मोड़ते हुए पीछे लाएं और अपने हाथों से पैरों की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें। फिर अपने दोनों हाथों से पैरों को ऊपर की तरफ खींचे और इस पोजिशन में 20-30 सेकंड तक रहें। इस आसान को 8-10 बार करें।
पर्वतासन
ये आसन बेहद आसान है लेकिन उतना ही फायदेमंद भी। इस आसान को करने के लिए जमीन पर पालथी लगाकर बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को नमस्ते के आकार में जोड़ते हुए ऊपर की ओर ले जाएं। इसके बाद गहरी सांस भरते हुए अपने कंधे, बाजू और पीठ की मसल्स में एक साथ खिंचाव महसूस करें। इस स्थिति में एक से दो मिनट तक रहें। अब सांस छोड़ते हुए हाथों को नीचे लाएं। इस आसान को 10 से 15 बार दोहराएं।
उष्ट्रासन
इस आसन से फैट कम होता है साथ ही कमर, कंधे और गर्दन के दर्द से छुटकारा मिलता है। इसे करने के लिए जमीन पर घुटने के बल बैठ जाएं। घुटने कंधों के समानांतर हों और पैरों के तलवे ऊफर की तरफ। इसे करने के दौरान अपनी कमर को पीछे की तरफ मोड़ें। हथेलियों को पैर के पंजों पर टिकाएं और अपनी गर्दन को ढीला छोड़ दें। गर्दन पर बिल्कुल भी तनाव न दें। इस अवस्था में 30 से 60 सेकेंड तक रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पुरानी अवस्था में वापस लौट आएं।