नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है। चीन और जापान में इन दिनों कोविड के बढ़ते केस देखकर भारत सरकार अलर्ट मोड में है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर ऑक्सीजन की आपूर्ति पूरी करने के निर्देश जारी किए हैं। भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिस तरह देश में ऑक्सीजन की कमी देखी गई उसे ध्यान में रखकर सरकार अभी से तैयार है। भले ही भारत में कोरोना अभी नियंत्रण में है लेकिन फिर भी सरकार कोई ढील नहीं दे रही है।
केंद्र के पत्र में कहा गया है कि हालांकि, देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेहद धीमी है और स्थिति काबू में है। इसके बावजूद हमें आने वाली चुनौती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए। केंद्र ने कहा है कि राज्य सरकारें सभी अस्पतालों में नियमित और कार्यात्मक मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ऑक्सीजन प्लांटों को पूरी तरह से कार्यात्मक रखा जाए और उनकी जांच के लिए नियमित मॉक ड्रिल भी आयोजित की जाए।
सक्रिय किया जाए ऑक्सीजन कंट्रोल रूम
केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है कि राज्य स्तर पर ऑक्सीजन कंट्रोल रूम को फिर से सक्रिय किया जाए और ऑक्सीजन से संबंधित मुद्दों और चुनौतियों को त्वरित समाधान किया जाए। इसके अलावा दैनिक ऑक्सीजन की मांग और खपत की भी निगरानी करने का निर्देश जारी किया गया है।
लाइफ सपोर्ट सिस्टम भी दुरुस्त करें सरकारें
केंद्र ने कहा है कि आगामी चुनौती से निपटने के लिए सभी राज्य सरकारें अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट सिस्टम जैसे- वेंटीलेटर्स की व्यवस्था को दुरुस्त करें। इसके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर और उनकी रीफिलिंग के लिए बैकअप स्टोरेज की व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
पांच देशों से आने वाले यात्रियों का होगा अनिवार्य टेस्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने शनिवार को बताया कि चीन, जापान, हांगकांग, बैंकॉक और दक्षिण कोरिया से भारत आने वाले लोगों का RT-PCR टेस्ट अनिवार्य होगा। इन यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें क्वारंटाइन किया जाएगा।