कोरोना का बढ़ा खतरा, भीड़ वाली जगह मास्क की सलाह, तीसरी खुराक अनिवार्य

नई दिल्ली। चीन, जापान समेत कई देशों में कोरोना से हालात बेकाबू होने के बाद भारत भी सतर्क हो गया है। देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की है।

स्वास्थ्य मंत्री दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मामलों पर विचार करते हुए आज कोरोना संक्रमण की स्थिति पर समीक्षा की। मंत्री की बैठक में स्वास्थ्य, आयुष, औषधि विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल तथा टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के अध्यक्ष एन एल अरोड़ा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, ‘कुछ देशों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए हमने विशेषज्ञों व अधिकारियों के साथ देश में हालात की समीक्षा की। कोविड अभी गया नहीं है। सभी संबंधित पक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे सतर्क रहें और निगरानी को मजबूत करें। हम किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।’ उधर, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना टीकों की तीसरी या ऐहतियाती खुराक अनिवार्य है। इसे सभी को लेना चाहिए। भीड़भाड़ वाली जगह मास्क पहने की सलाह भी दी गई है। डॉ. वीके पॉल ने बताया कि देश के सिर्फ 27-28 फीसदी लोगों ने अभी कोरोना टीकों की ऐहतियाती या तीसरी खुराक लगवाई है। हम अन्य सभी से, खासकर बुजुर्गों से अपील करते हैं कि वे यह डोल लें। यह खुराक अनिवार्य है और सभी के लिए निदेर्शित है।

आईजीआई एयरपोर्ट पर होगी रेंडम जांच
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बार फिर से रेंडम जांच की जाएगी। कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि किसी भी यात्री में कोई लक्षण तो नहीं। यदि किसी में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके। इन दिनों चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।

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