नई दिल्ली। भारत बनाम पाकिस्तान को लेकर बीसीसीआई और पीसीबी में ठनी हुई है। दोनों क्रिकेट टीमों के किसी भी देश में क्रिकेट खेलने की संभावना पर अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बयान दिया है। जयशंकर ने कहा, “टूर्नामेंट आते रहते हैं और आप सरकार के रुख से अवगत हैं। देखते हैं क्या होता है।”
आजतक के एजेंडा में जयशंकर ने कहा, “मैं दोहराना चाहता हूं कि हमें यह कभी स्वीकार नहीं करना चाहिए कि एक देश के पास आतंकवाद का अधिकार है। टूर्नामेंट आते रहते हैं और आप सरकार के रुख से अवगत हैं। देखते हैं क्या होता है। जयशंकर ने कहा, हमें इस तरह की हरकत को अवैध बनाना होगा और इसके लिए उस देश पर अंतरराष्ट्रीय दबाव होना चाहिए। यह दबाव तब बना रहेगा जब आतंकवाद के शिकार लोग अपनी आवाज उठाएंगे।” हमें इसमें नेतृत्व करना होगा क्योंकि हमने आतंकवाद के चलते अपना खून बहाया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत फिर से शुरू करने के मुद्दे पर जयशंकर ने कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है। अगर मैं आपके सिर पर बंदूक रख दूं, तो क्या आप मुझसे बात करेंगे? अगर आपका पड़ोसी खुले में आतंकवाद की मदद करता है और वहां कोई रहस्य नहीं है कि असली सत्ता किसके पास है, नेताओं के पास या नापाक इरादों वाले लोगों के पास।
सिर पर बंदूक रखकर नहीं होती बात
उन्होंने कहा कि आपको पता है कि आतंक के शिविर कहां हैं… हमें यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि सीमा पार आतंकवाद नहीं है। मुझे एक और उदाहरण दें जहां एक पड़ोसी दूसरे के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा है। ऐसा कोई उदाहरण नहीं है। एक तरह से, यह असामान्य भी नहीं है, बल्कि असाधारण है।”