लंदन। भारत के कई राज्यों में बच्चे खसरा बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और संयुक्त राज्य रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDS) ने इसकी वजह टीकाकरण में गिरावट को बताया है। पिछले साल दुनियाभर में लगभग 4 करोड़ बच्चों को खसरा वैक्सीन की खुराक नहीं मिली।
डब्ल्यूएचओ और सीडीसी ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि दुनिया के सबसे संक्रामक रोगों में से एक खसरे के प्रति लाखों बच्चे अब संवेदनशील हैं। 2021 में दुनिया भर में लगभग 90 लाख खसरे के संक्रमण के मामले सामने आए और इस दौरान 128,000 मौतें हुईं। डब्लूएचओ और सीडीसी ने कहा कि 20 से अधिक देशों में चल रहे प्रकोप के अलावा, टीकाकरण में लगातार गिरावट, कमजोर रोग निगरानी और कोविड-19 के कारण टीकारण में देरी के परिणामस्वरूप दुनिया के हर क्षेत्र में खसरा बीमारी का खतरा है।
डब्लूएचओ और सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, किन्ही कारणों से 2021 में दुनियाभर में लगभग 4 करोड़ बच्चे खसरे के टीके की खुराक नहीं ले सके। 2 करोड 50 लाख बच्चों ने अपनी पहली खुराक ही नहीं ली, जबकि 1 करोड़ 47 लाख बच्चों ने अपनी दूसरी खुराक मिस कर दी। इसका परिणाम ये हुआ है कि 22 देशों ने बड़े और भयंकर प्रकोप का सामना किया।
भारत में भी बच्चों में तेजी से खसरा बीमारी फैल रही है, जिसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। बीमारी पर काबू पाने के लिए केंद्र ने तीन राज्यों में उच्च-स्तरीय बहु-विषयक 3-सदस्यीय टीमों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है। ये टीमें सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरणों की सहायता करेंगी।