गाजियाबाद: प्रधानाचार्य शहादत ने स्कूल में कक्षा छह की छात्रा से किया दुष्कर्म

गाजियाबाद। मसूरी क्षेत्र के निजी स्कूल में प्रधानाचार्य ने कक्षा छह की 13 वर्षीय छात्रा के साष दो महीने तक दुष्कर्म किया। वह छुट्टी के बाद छात्रा को बहाने रोक लेता था। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल शहादत के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट में FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने आरोपी की तलाश में दबिश दी लेकिन वो फरार हो गया है।

क्षेत्र के एक गांव की 13 वर्षीय लड़की एक प्राइवेट स्कूल में कक्षा-छह में पढ़ती है। छात्रा गुमसुम रहने लगी और स्कूल जाने से मना करने लगी, तो मां को शक हुआ। बेटी से पूछताछ के बाद संचालक की घिनौनी करतूत उजागर हुई। बच्ची ने बताया कि छुट्टी के बाद सारे बच्चे स्कूल से चले जाते हैं। प्रिंसिपल शहादत उसको कोई न कोई बहाना बनाकर रोक लेता है और अपने कमरे के अंदर ले जाकर दुष्कर्म करता है। आरोपी ने छात्रा को कई तरह की धमकियां दी थीं।

छात्रा की मां ने पुलिस को बताया कि संचालक को इस बात का पहले से डर था कि उसकी करतूत का पुलिस को पता न चल जाए। इसलिए, वह बेटी को रोज धमकी देता था। उनके तीन बच्चे उसके स्कूल में पढ़ते हैं। वह बेटी से कहता था कि अगर घर जाकर मां को कुछ बताया तो भाई और बहन की हत्या कर देगा और लाश को नहर में फेंक देगा। वह धमकी देते समय बच्चों के नाम लेता था, इससे बेटी डर जाती थी। दुष्कर्म की शिकार छात्रा के भाई-बहन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बहन से कई बार कहा कि वह उनके साथ ही घर चले। इस पर प्रधानाचार्य ने कहा था कि वह पढ़ाई में कमजोर है, इसलिए उसकी अलग से पढ़ाई करा रहा है।

डासना थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि जांच में पता चला है कि मसूरी क्षेत्र के ही निवासी प्रधानाचार्य ने पहले छेड़खानी की। छात्रा चुप रही तो दुष्कर्म किया। छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। प्रधानाचार्य स्कूल की छुट्टी के बाद छात्रा को मोबाइल सिखाने की बात कहकर रोक लेता था। उसे मोबाइल फोन दिलाने का झांसा भी दिया था।

उधर, छात्रा के साथ दुष्कर्म का स्कूल संचालक रिपोर्ट दर्ज होते ही फरार हो गया। पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला कि वह कुछ देर पहले ही काफी नकदी लेकर निकला है। पुलिस ने उसके मोबाइल फोन पर कॉल की तो यह स्विच ऑफ मिला। फोन की लोकेशन निकलवाई गई तो पता चला कि वह पहले लोनी गया और फिर दिल्ली चला गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

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