गाजियाबाद। शहर की पॉश कॉलोनी नेहरु नगर थर्ड के ई-ब्लॉक में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक कारोबारी के घर में परिवार को बंधक बनाकर 24 लाख की डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया। विरोध करने पर कारोबारी को पत्नी और बेटी को पीटा। कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों में दो बाइकों पर दो-दो और एक पैदल जाता बदमाश कैद हुआ है।
नेहरू नगर थर्ड के ई-144 में रहने वाले रमन रसीन की बुलंदशहर रोड इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्टरी है, जो किराए पर दे रखी है। रमन सरीन और उनका बेटा नमन सुबह फैक्टरी में बने ऑफिस जाते हैं और शाम को घर लौटते हैं। रमन सरीन की पत्नी गीता सरीन ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे वह और बेटी विधि घर पर थे। दोपहर करीब 2 बजे चार युवक घर पर आए थे। उन्होंने यह कहकर गेट खुलवाया कि रमन सरीन ने ऑफिस से कुछ डॉक्यूमेंट भेजे हैं। इतना सुनते ही रमन की बेटी गेट खोलने आईं। गेट खुलते ही बदमाशों ने धक्का देकर युवती को गन पॉइंट पर ले लिया और अंदर ले गए। इस दौरान बदमाशों और मां बेटी के बीच हाथापाई हुई। जिसमें बदमाशों ने तमंचे के बट से हमला कर दिया। जिससे मां-बेटी को चोटें आईं।
दोनों को पहली मंजिल पर ले जाकर उनसे अलमारी की चाबी ली। इसके बाद दोनों को पीटा और बंधक बनाकर कमरे में बंद कर दिया। बदमाशों ने एक अलमारी चाबी से खोली। दो के ताले तोड़ दिए। राम सरीन ने बताया कि लगभग 17 लाख के गहने और लगभग सात लाख की नगदी बदमाश ले गए। बदमाशों के जाने के बाद विधि ने खुद को खोलकर बालकनी में आई और पड़ोसियों को वारदात की सूचना दी। उन्होंने पुलिस को बताया।
सूचना पर एसएसपी मुनिराज जी., एसपी सिटी निपुण अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी पहुंचकर सबूत जुटाए हैं। गली में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो वारदात के समय ही दो बाइकों पर चार संदिग्ध युवक गली में घूमते दिखे। घर के पास लगे कैमरे से पुष्टि हुई कि लूट को इन्होंने ही अंजाम दिया है। फुटेज में एक और व्यक्ति दिखा, जो पैदल ही आया है और वारदात के बाद पैदल ही फरार हुआ है।
शादी के लिए रखे थे गहने
रमन सरीन की बेटी विधि की शादी तय हो चुकी है। एक महीने बाद बेटी की शादी करनी थी, लेकिन करीब 15 दिन पहले बीमारी के चलते उनके पिता राजकुमार सरीन का देहांत हो गया। जिसके चलते शादी स्थगित करनी पड़ी। शादी अगले साल होनी थी, लेकिन तारीख निर्धारित नहीं हुई थी। कारोबारी की पत्नी गीता सरीन ने बताया कि बदमाशों द्वारा लूटे गए जेवर उन्होंने बेटी की शादी के लिए खरीदे थे।
बदमाशों की हरकतें बहुत अजीबो गरीब
गीता ने बताया कि बदमाशों की हरकतें बहुत अजीबो गरीब थीं। पहले बदमाश ने उनकी नाक पर घूंसा मारा, जिससे खून निकलने लगा। खून निकलता देख बदमाश बोला, अरे… अरे… अरे और उसने अपनी जेब से निकालकर रुमाल दिया और कहा कि लो इससे खून पोंछ लो। इसके बाद जब उन्हें और उनकी बेटी विधि को बंधक बना दिया तो एक बदमाश पिस्टल ताने खड़ा रहा। विधि को उल्टी आ गई। यह देख बदमाश भागकर गया और फ्रिज से पानी की बोतल लेकर आया। उसने विधि के मुंह से टेप हटाया और कहा कि पानी पी लो।
पिस्टल ताने खड़े बदमाश की नजर कमरे में रखी इत्र की शीशी पर गई। उसने इसे उठाकर कमीज पर इत्र लगाया और बोला कि वाह बहुत अच्छी खुश्बू है, महंगा वाला सेंट है। उसे कंघा उठाकर अपने बाल संवारे और आइने में देखा। इसके बाद फिर से गीता और विधि पर पिस्टल तान दी।
मां-बेटी ने बताया, “एक बदमाश कह रहा था कि उसे अपने पिताजी का इलाज कराना है। आज ही 10 लाख रुपए अस्पताल में जमा करना है। तीनों बदमाश नकाब लगाए हुए थे। उनकी उम्र 25-30 साल के आस-पास थी।”