गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में 12 साल में 400 वाहन चोरी करने वाले गिरोह के महिला सहित तीन बदमाशों को साहिबाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह के एक सदस्य ने वाहन चोरी से आए पैसे से न केवल अपनी पत्नी को पंचायत का चुनाव लड़ा ग्राम प्रधान बना दिया, बल्कि सभी आरोपितों ने अपने गांव में तीन से चार मंजिला आलीशान मकान भी बना लिया। इस गिरोह में एक ही परिवार के 4 लोग शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने लाजपत नगर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान गांव सैफ का सराय जिला संभल के जमशेद, सालिम और रानी के रूप में हुई है। आरोपित दिल्ली ओखला स्थित जनता फ्लैट में रहकर चोरी करते थे। इनके पास से एक ब्रेजा कार, वाहन के फर्जी दस्तावेज और 1800 नशीली गोलियां बरामद हुई हैं।
जमशेद, उसके चाचा साबुल, भाई गुलजार और भाभी रानी एक ही परिवार के चारों लोग गिरोह में शामिल हैं। इस गिरोह में गांव की प्रधान का पति बब्बू भी शामिल है। बब्बू ने चोरी के पैसे से ही गांव में अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाया था। पत्नी के चुनाव जीतने के बाद भी वह चोरी करता रहा।
पुलिस क्षेत्राधिकारी साहिबाबाद स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि इस गिरोह का सरगना गुलजार ने पड़ाेस की रानी से प्रेम विवाह किया। इसके पहले गुलजार ने शादी को मना कर दिया। जब रानी ने भी चोरी में साथ देने की बात कही तो वह तैयार हो गया।
शादी के एक माह बाद ही गुलजार ने उसे चोरी के हथकंडे सिखा दिए थे। आरोपित चोरी करते हुए रानी को अपने साथ रखते थे। उसके साथ में होने पर पुलिस उन पर शक नहीं करती थी। महिला की आइडी से ही सिम खरीद रखा था।
साहिबाबाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि आरोपित चोरी के वाहनों को पार्किंग में खड़ा कर देते थे। जो वाहन 10 साल पुराने हैं और बहुत ही खराब स्थिति में हैं उनके नंबर को चोरी की नई गाड़ियों में इस्तेमाल करते थे। फिर इन गाड़ियों को बंगाल व झारखंड में बेचते थे। क्योंकि वहां पर 10 साल पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध नहीं है। हाल में आरोपितों ने गाजियाबाद से पांच कैंटर और ब्रेजा कार चोरी की थी। आरोपित वाहनों के फर्जी दस्तावेज बनवा लेते थे।