भारत सहित कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट्स के साथ मंकीपॉक्स और टोमैटो फीवर के भी मामले रिपोर्ट किए गए। इस तरह के संक्रमण को विशेषज्ञ काफी गंभीर जटिलताओं वाला मानते हैं। हाल ही में ऐसे ही एक अचंभित कर देने वाले मामले में, इटली के एक व्यक्ति में एक ही समय पर कोविड-19, मंकीपॉक्स और एचआईवी संक्रमण के बारे में पता चला है।
जर्नल ऑफ इंफेक्शन में प्रकाशित इस केस के विवरण से पता चलता है कि किसी भी व्यक्ति में एक साथ दो या उससे अधिक संक्रमण हो सकते हैं। शोधकर्ता कहते हैं, इस केस से समझने को मिलता है कि मंकीपॉक्स और कोविड -19 लक्षण कैसे ओवरलैप हो सकते हैं? एनामेनेस्टिक कलेक्शन के आधार पर सही निदान किया जा सकता है। इससे रोगी की मेडिकल हिस्ट्री को पता करना आसान होता है।
रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने बताया कि मंकीपॉक्स और सार्स सीओवी-2 का संक्रमण एक साथ हो सकता है। इस संक्रमित व्यक्ति को जून के आखिरी हफ्ते में स्पेन की यात्रा से लौटने के 9 दिनों बाद पहली बार बुखार, गले में खराश और सिरदर्द जैसे लक्षणों को अनुभव हुआ था। जांच में इसका कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आया। अगले ही दिन उसने हाथ पर दाने होने की भी शिकायत की। कुछ दिनों में ये दाने पूरे शरीर में बढ़ने लगे। लक्षणों और हाल ही में स्पेन की यात्रा के आधार पर, डॉक्टरों ने व्यक्ति में कोविड-19 के साथ मंकीपॉक्स संक्रमण की भी पुष्टि की।
मंकीपॉक्स के लिए चूंकि यौन संबंधों को एक कारक के तौर पर देखा जा रहा है, ऐसे में इसकी पूछताछ में व्यक्ति ने बताया कि स्पेन में रहते हुए उसने कई पुरुषों के साथ असुरक्षित यौन संबंध भी बनाए थे। इससे पहले भी उसके असुरक्षित यौन संबंधों की हिस्ट्री रह चुकी है। आगे की जांच में उसमें एचआईवी संक्रमण की भी पुष्टि की गई है।
मेडिकल रिपोर्टस में डॉक्टर्स बताते हैं, यह अपने आपमें अनोखा केस है जहां पर व्यक्ति को एक ही समय में तीन गंभीर बीमारियों का शिकार पाया गया है। 36 वर्षीय इस युवक में कई तरह के लक्षणों की शिकायत के बाद जांच के आधार पर इसकी पुष्टि की गई है। संक्रमित की हाल ही में कई देशों की यात्रा का इतिहास भी रहा है, साथ ही उसने स्वीकारा है कि विदेश यात्रा के दौरान उसके कई लोगों के साथ असुरक्षित यौन संबंध भी रहे थे। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है, डॉक्टरों के मुताबिक उसमें कोविड-19 और मंकीपॉक्स के लक्षण ठीक हो रहे हैं।
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि वैसे तो यह तीन बीमारियों के एक साथ निदान का पहला मामला है पर ऐसी दिक्कत किसी को भी हो सकती है। कम प्रतिरक्षा वाले लोगों में पहले भी को-इंफेक्शन के मामले देखे जाते रहे हैं। ऐसे लोगों में एक साथ कई तरह के संक्रमण होने का जोखिम अधिक हो सकता है। इम्युनोसुप्रेशन लोगों में किसी भी प्रकार के संक्रमण के दौरान डॉक्टरों को अन्य संभावित जोखिमों की भी जांच जरूर करनी चाहिए।