सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, 4 साल पहले दर्ज हुआ था केस

लखनऊ। मशहूर डांसर सपना चौधरी के खिलाफ लखनऊ की एससीजेएम अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। डांस का कार्यक्रम रद्द करने और टिकट का पैसा न लौटाने के 4 साल पुराने मामले में अदालत में गैरहाजिर रहने पर यह वारंट जारी हुआ है।

13 अक्‍टूबर 2018 को लखनऊ के स्मृति उपवन में दोपहर तीन बजे से रात 10 बजे तक सपना का प्रोग्राम था। प्रोग्राम में एंट्री के लिए प्रति व्यक्ति 300 रुपये में ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बेचा गया था। इस प्रोग्राम को देखने के लिए हजारों लोगों ने टिकट खरीदे लेकिन रात 10 बजे तक सपना चौधरी नहीं आईं। प्रोग्राम न शुरू होने पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया लेकिन आयोजकों ने टिकट धारकों का पैसा वापस नहीं किया। 14 अक्टूबर, 2018 को आशियाना थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

सपना ने 10 मई को इस मामले में आत्‍मसमर्पण कर अंतरिम जमानत ली थी। आठ जून को सपना की नियमित जमानत भी सशर्त मंजूर हुई थी। सोमवार को इस मामले में सुनवाई थी लेकिन सपना अदालत में मौजूद नहीं रहीं। इस पर कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया।

पहले भी लगे हैं धोखाधड़ी के आरोप
यह पहली बार नहीं है जब सपना पर धोखाधड़ी और विश्वासघात का आरोप लगाया गया है। फरवरी 2021 में, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी और विश्वास भंग करने के आरोप में सपना चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सपना का मैनेजमेंट संभालने वाली एक कंपनी ने उनके साथ, उनकी मां और भाई सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और धन की हेराफेरी के लिए शिकायत दर्ज की थी।

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