मोदीनगर। स्टोर संचालक अनुज कुमार उर्फ समर हत्याकांड का शुक्रवार खुलासा हो गया। परिवार से अलग रहने वाली मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर गला दबाकर अनुज की हत्या की थी। इतना ही नहीं, सगे भाई अभिषेक ने शव को ठिकाने लगाने में उनका सहयोग किया। पुलिस ने मां और शव ठिकाने लगाने में मदद करने पर छोटे भाई को गिरफ्तार कर लिया है। फरार प्रेमी देवेंद्र की तलाश की जा रही है।
जगतपुरी कॉलोनी निवासी 26 वर्षीय अनुज कुमार 18 जुलाई को लापता हो गया था। करीब 15 दिन बाद 3 अगस्त को अनुज का शव नंदनगरी कॉलोनी में एक खाली प्लॉट में पड़ा मिला था। अनुज की पत्नी अंजलि ने परिजनों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना और प्राइवेट पार्ट में डंडा डालने की पुष्टि हो गई। उसे लात-घूसों से पीटा भी गया।
थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि मां कृष्णा देवी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो वह मामले को आत्महत्या बताकर गुमराह करती रही। पुलिस ने सख्ती की तो कृष्णा देवी टूट गई और उसने सच्चाई उगल दी। दो अगस्त की रात उसने मां को उसके प्रेमी देवेंद्र के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इस बात को लेकर उनके बीच विवाद हो गया था। वह देवेंद्र को पीटने लगा लेकिन मां ने बेटे के बजाय प्रेमी का बचाव किया और अपनी चुन्नी से अनुज का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद कृष्णा ने बेटे अभिषेक को फोन कर वहां बुलाया। भाई अभिषेक की मदद से शव खाली प्लॉट में फेंका गया।
घटना के बाद से ही मां अपने बेटे अनुज द्वारा आत्महत्या करने की बात पर अड़ी थी। वह बार-बार पुलिस से कह रही थी कि अनुज ने आत्महत्या की है। उसने पुलिस को शुरू में गुमराह भी किया। पुलिस को बताया कि अनुज काफी समय से बीमार चल रहा था इसलिए उसने आत्महत्या की है।
बताया कि दो 2 अगस्त को अनुज ने उसे देवेंद्र के साथ देख लिया था। कृष्णा देवी और देवेंद्र ने अनुज का गला दबा दिया और उसके प्राइवेट प्रार्ट में डंडा डाला, जिससे अनुज की मौत हो गई। सीओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मां कृष्णा देवी और देवेंद्र ने गला दबाकर अनुज की हत्या की। भाई अभिषेक की मदद से शव खाली प्लॉट में फेंका गया।
सुनील कुमार, सीओ मोदीनगर ने बताया कि कृष्णा देवी और अभिषेक को गिरफ्तार किया गया है। देवेंद्र की तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है। जल्दी ही उसकी भी गिरफ्तारी होगी।