नई दिल्ली। अब मोबाइल से QR कोड स्कैन कर NPS खाता खोल सकेंगे। बैंक आफ इंडिया ने पेंशन नियामक पीएफआरडीए के साथ मिलकर एक नया डिजिटल प्लेटफार्म लांच किया है। इस प्लेटफार्म के जरिये उपभोक्ता मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) खाता खोल सकते हैं।
राष्ट्रीय पेंशन योजना/नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक सेवानिवृत्ति बचत योजना है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को तब वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। संयुक्त बयान के मुताबिक, उपभोक्ता मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन करने पर एक वेब पेज खुलेगा। यहां पर उपभोक्ता को आधार, बैंक खाता समेत अन्य प्रकार जानकारी देनी होगी। इसके बाद यूपीआइ के जरिये भुगतान किया जा सकेगा। बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक, डीएस शेखावत ने बताया कि हम इस प्लेटफार्म को क्यूआर कोड स्कैनिंग और यूपीआइ के माध्यम से भुगतान के साथ पेश करने वाले पहले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हैं। इस प्लेटफार्म के जरिये कागजी कार्यवाही के बिना एनपीएस खाता खोला जा सकता है।
क्या है एनपीएस खाता
इसे पहली बार जनवरी 2004 में शुरू किया गया था, तब यह केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए खुला था। इसमें कोई भी भारतीय नागरिक, भारत के किसी भी हिस्से या दुनिया के बाकी हिस्सों में रह रहा हो और उसकी उम्र 18 से 70 वर्ष की आयु के बीच हो तो वह इस योजना में निवेश कर सकता है।
नेशनल पेंशन सिस्टम या ई-एनपीएस पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) द्वारा नियुक्त सेंट्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसियों (सीआरए) का एक ऑनलाइन एनपीएस ऑन-बोर्डिंग प्लेटफॉर्म है। यहां आप पेंशन फंड बैलेंस और एनपीएस से संबंधित अन्य विवरण देख सकते हैं।
आपको बता दें कि एनपीएस को दुनिया की सबसे कम लागत वाली पेंशन योजना माना जाता है। इसके लिए टियर 1 खाते के लिए न्यूनतम 1000 रुपये प्रति साल इंवेस्टमेंट की जरूरत होती है। इस तरह के छोटे निवेशों के साथ, आप सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंचने तक एक बड़ा कोष बनाने के लिए चक्रवृद्धि की शक्ति का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।