अग्निवीर बनने के लिए वायुसेना को मिले 7.5 लाख आवेदन

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना (IAF) की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि सेना भर्ती अग्निपथ योजना, जिसका देश भर में विरोध हुआ था, इस नई स्कीम के तहत पिछले भर्ती अभियान की तुलना में ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं।

एयरफोर्स ने एक ट्वीट में कहा, इस साल, उसे 7,49,899 आवेदन मिले, जोकि पिछले अभियान में प्राप्त 6,31,528 की तुलना में कहीं ज्यादा है हालांकि इस भर्ती आवेदनों का एक कारण लंबे समय से रुकी भर्तियों को भी बताया जा रहा है। IAF ने यह भी कहा कि योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन विंडो आखिरकार बंद हो गई है और इसे उम्मीदवारों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। अग्निपथ योजना के तहत भारतीय वायु सेना में भर्ती आवेदन प्रक्रिया 5 जुलाई को बंद हुई थी।

सेना में भर्ती के इच्छुक उम्मीदवार भारतीय वायुसेना और रक्षा मंत्रालय से आवेदन की समय सीमा बढ़ाने के लिए भी कह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि उदयपुर सहित राजस्थान के कई जिलों में उदयपुर में एक हिंदू दर्जी की हत्या के कारण कम से कम 4-5 दिनों के लिए इंटरनेट बंद था इसलिए बहुत से लोग अप्लाई नहीं कर सके।

अग्निपथ योजना के लाए जाने के बाद बहुत सारे पूर्व कर्मचारी और उम्मीदवार बिना पेंशन और नौकरी की सुरक्षा वाली स्कीम के विरोध में समान रूप से इसके खिलाफ खड़े हुए थे, जो सेना में उनके रोजगार को चार साल तक सीमित कर देती है।

इस योजना के खिलाफ देश भर में विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन हुए। सेना के उम्मीदवारों के अलावा, विरोध को किसान संगठनों, नागरिक समाज संगठनों और ट्रेड यूनियनों का समर्थन मिला। हालांकि, एक सप्ताह के बाद यह माहौल शांत हो गया क्योंकि सेनाओं की ओर से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।

दरअसल, ऑनलाइन आवेदन विंडो खुलने के महज चार दिनों में ही उसे 90,000 से ज्यादा आवेदन मिल चुके थे। IAF इस साल 3,000 अग्निवीरों की भर्ती करेगी और उनका प्रशिक्षण 30 दिसंबर से परीक्षा और मेडिकल टेस्ट के बाद शुरू होने वाला है, जो दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।

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