नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लाई गई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर जहां देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है वहीं अब सेना और सरकार से लेकर उद्योगपति इसके फायदे गिनाने लगे हैं। इसी क्रम में महिंद्रा ग्रुप के मालिक आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर अग्निपथ योजना की खूबियां गिनवाने के साथ अपनी कंपनी में अग्निवीरों को नौकरी देने का एलान भी कर दिया है।
आनंद महिंद्रा ने आगे लिखा कि अग्निपथ कार्यक्रम को लेकर हुई हिंसा से दुखी हूं। जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था- और मैं फिर दोहराता हूं- अग्निवीरों द्वारा हासिल किया गया अनुशासन और कौशल उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा। महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है।
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा कि कॉरपोरेट क्षेत्र में अग्निवीरों के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। नेतृत्व, टीम वर्क और शारीरिक प्रशिक्षण से लैस युवा हमारे उद्योग को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। इन युवाओं में संचालन से लेकर प्रशासन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है।
खास बात है कि बीते दिनों कई प्रदर्शनकारी अग्निवीरों के भविष्य को लेकर सवाल उठा चुके हैं। नई व्यवस्था के तहत अग्निपथ के जरिए भर्ती होने वाले अग्निवीरों को चार सालों तक सेना में सेवा का मौका मिलेगा। हालांकि, इस अवधि के बाद सेना ने 25 फीसदी सैनिकों की सेवा में विस्तार की बात कही है। इससे पहले सैनिक 20 साल का कार्यकाल पूरा करते थे।
सेना ने किया भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए तारीखों का एलान
वहीं सेना ने तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए तारीखों का एलान भी कर दिया है। थलसेना ने कहा है कि उसकी भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो जाएगी। वहीं वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी जबकि नौसेना की भर्ती प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी।
इस भर्ती में 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक के उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे
इस भर्ती में 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक के उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे। हालांकि इस साल के लिए दो वर्षों की छूट भी दी गई है। यह भर्ती चार सालों के लिए होगी। इसके बाद परफॉर्मेंस के आधार पर 25 फीसदी कर्मियों को वापस से रेगुलर कैडर के लिए नामांकित किया जाएगा। बता दें कि उम्मीदवारों को सशस्त्र बलों में आगे नामांकन के लिए चुने जाने का कोई अधिकार नहीं होगा। चयन सरकार का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा। मेडिकल ट्रेडमैन को छोड़कर भारतीय वायु सेना के नियमित कैडर में एयरमैन के रूप में नामांकन केवल उन्हीं कर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अग्निवीर के रूप में अपनी सेवा की अवधि पूरी कर ली है।