पी. चिदंबरम के बेटे ने 50 लाख में बनवाया 260 चीनियों का वीजा, करीबी रमन गिरफ्तार

नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो(CBI) ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के करीबी एम भास्कर रमन को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी वीजा भ्रष्टाचार मामले में की गई है।

सीबीआई ने कांग्रेस नेता व लोकसभा सांसद कार्ति चिदंबरम के खिलाफ रिश्वत लेकर चीनी नागरिकों को भारत का वीजा दिलाने का नया मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार सुबह कार्ति के चेन्नई और दिल्ली निवास समेत देशभर में 10 ठिकानों पर छापे मारे। सीबीआई के मुताबिक पिता पी चिदंबरम के केंद्रीय गृहमंत्री रहते हुए कार्ति ने 50 लाख रुपये की रिश्वत लेकर 263 चीनी नागरिकों को भारत का वीजा दिलाया था। इन लोगों को पंजाब के मानसा में स्थित एक पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए भारत आना था। एक अधिकारी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट एक निजी कंपनी द्वारा चल रहा था।

जानकारी के मुताबिक, प्रोजेक्ट तय वत्त से पीछे चल रहा था। कार्रवाई से बचने के लिए Talwandi Sabo Power Limited अतिरिक्त चीनी कर्मचारियों को वहां लाना चाहती थीलेकिन वीजा सीलिंग की वजह से ये कर्मचारी नहीं आ पा रहे थे। फिर कंपनी ने कार्ति से बात की और कथित रूप से उन्होंने बैक डोर एंट्री का तरीका बताया। कार्ति के कहने पर तब गृह मंत्रालय ने अप्लाई करने के एक महीने के अंदर वीजा दे दिया था।

न जाने कितनी बार…अब तो रिकॉर्ड बन गया होगा: कार्ति
दरअसल कार्ति चिदंबरम के पिता पी. चिदंबरम 2008 से 2012 के दौरान देश के होम मिनिस्टर थे। इस बीच छापेमारी को लेकर कार्ति चिदंबरम का रिएक्शन भी सामने आया है और उन्होंने इस पर तंज कसा है। कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट किया था, न जाने कितनी बार, मैं तो गिनती भी भूल गया। ‘रिकॉर्ड’ तो बन ही गया होगा! कुछ देर बाद कार्ति ने एक और ट्वीट किया था। उन्होंने बताया था कि अभी मेरे दफ्तर से ‘रिकॉर्ड’ के बारे में जानकारी मिली है। 2015 में दो बार, 2017 में एक, 2018 में दो बारा और आज। कुल 6 बार! इसके बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, सीबीआई की टीम ने मेरे चेन्नई और दिल्ली स्थित निवास पर छापा मारा है। टीम ने मुझे एक एफआईआर दिखाया था जिसमें मुझे आरोपी नहीं बनाया गया है।

बता दें सीबीआई टीम ने मंगलवार को कार्ति चिदंबरम के घर और ऑफिस समेत 9 ठिकानों पर छापे मारे थे। ये छापेमारी चेन्नई, दिल्ली आदि में की गई थी। मुंबई के तीन ठिकानों, कर्नाटक के एक और पंजाब और ओडिशा के एक-एक ठिकाने पर भी सीबीआई की रेड पड़ी थी।

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