गाजियाबाद। जिले के मोदीनगर में बस में छात्र की मौत के बाद गुरुवार को जाम लगाने के मामले में पुलिस ने अधिवक्ता लोकेंद्र आर्य को नामजद करते हुए 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। मुकदमा एसएचओ मोदीनगर अनीता चौहान की तरफ से दर्ज कराया गया है।
एसएचओ ने बताया कि 20 अप्रैल को हादसे के बाद मामला शांत हो गया था। लेकिन एडवोकेट लोकेंद्र आर्य द्वारा बुधवार रात को इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट की गई। जिसका उद्देश्य कानून व्यवस्था व आपसी सौहार्द बिगाड़ना था। इसलिए रात से ही उसपर निगरानी रखी गई। लेकिन, गुरुवार सुबह 40-50 लोग थाने के बाहर पहुंचकर हंगामा करने लगे। एसएचओ ने बताया कि लोकेंद्र ने ही उन लोगों को थाने पर हंगामा कर सड़क जाम करने के लिए भेजा। सड़क जाम होने से लोगों को परेशानी हुई। भड़काऊ पोस्ट डालकर शहर की शांति व्यवस्था बिगाड़ने की पूरी योजना थी। लेकिन पुलिस अधिकारियों की सतर्कता से वे अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके। इसलिए सभी पर बलवा, सरकारी काम में बाधा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद एक और पोस्ट वायरल हुई है। इसे लोकेंद्र आर्य की बताया गया है। इसमें लिखा है, जिस स्कूल में तुम पढ़ रहे ई रजा, उस स्कूल के हम हेड मास्टर रह चुके हैं। रासुका लगाओगे, वह भी फर्जी, लोकेंद्र आर्य नाम है हमारा, जरा पता कर लेना, न झूठ बोलता है, न बर्दाश्त करता है। पुलिस इस पोस्ट के बारे में भी पड़ताल कर रही है। ई रजा एसपी देहात का नाम है। एसपी देहात डा. ई राजा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर सभी की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। जल्दी ही आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जाएगी।
बता दें कि सूरत सिटी निवासी छात्र अनुराग भारद्वाज की बुधवार को स्कूल जाते समय हादसे में स्कूल बस में मौत हो गई थी। अनुराग दयावती मोदी स्कूल में चौथी कक्षा के छात्र था। मामले में उनकी माता की तहरीर पर मोदी समूह के चेयरमैन उमेश कुमार मोदी, स्कूल के प्रधानाचार्य नेत्रपाल सिंह, चालक ओमबीर समेत अन्य के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।