गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में मुस्लिम युवक के हमला मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस पूरे मामले में बदलती स्थिति को देखते हुए टेरर एंगल से भी जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं दूसरी तरफ आरोपी अहमद मुर्तजा के पिता उसे मानसिक तौर पर बीमार बता रहे हैं।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि इस वारदात में आतंकी साजिश होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। एडीजी ने कहा कि हर पहलू से पुलिस मामले की जांच कर रही है. संदिग्ध से भी गहन पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुकदमा गोरखनाथ थाने में दर्ज किया जा चुका है। अभी शासन के द्वारा सभी महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा योजना की समीक्षा की गई है। इसके तहत वहां अधिक पद स्वीकृत किए गए हैं। इसी समीक्षा के तहत गोरखनाथ मंदिर, अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और अन्य महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा की गई थी।
एसीएस (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि दो पीएसी और एक पुलिस का जवान हमले में घायल हुए हैं। उन्होंने बहादुरी से हमले को विफल किया है। यदि यह व्यक्ति अंदर पहुंच जाता तो श्रद्धालुओं को क्षति हो सकती थी। स्थिति बेकाबू हो सकती थी। अधिकारियों ने बेहद संयम से आरोपी को गिरफ्तार किया है। इन तीनों बहादुर जवानों को 5-5 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।
वहीं आरोपी के पिता मुनीर अब्बासी ने कहा कि है घटना से एक दिन पहले शनिवार को उनके घर पर दो लोग आए थे जो संभवतः एटीएस के अधिकारी थे। अब्बासी ने कहा कि घटना के एक दिन पहले उनके बड़े भाई के नर्सिंग होम पर दो लोग पहुंचे। इसके साथ ही उन्होंने 36 लाख रुपये के लोन की बात कहकर आरोपी अहमद मुर्तजा की जानकारी ली।इसके बाद वे बिना कुछ कहे मोटरसाइकिल पर सवार होकर वहां से चले गए।
नर्सिंग होम पर लगे सीसीटीवी में दोनों लोग साफ दिखाई दिए हैं। दोनों एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और फिर बिना कुछ कहे चुपचाप वहां से चले गए। अब पुलिस इन दोनों लोगों की भी तलाश कर रही है साथ ही इस दिशा में भी जांच की जा रही है।