नोएडा। उत्तर प्रदेश की साइबर क्राइम पुलिस ने शुक्रवार को उस नाइजीरियाई युवक को गिरफ्तार कर लिया, जिस पर खुद को एनआरआई बताकर एक अंग्रेजी अखबार की महिला पत्रकार को शादी का झांसा देने और उससे लाखों की ठगी करने का आरोप है।
साइबर क्राइम के एसपी डॉ. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी में रहने वाली एक महिला पत्रकार ने नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जीवनसाथी डॉट कॉम पर एक युवक से उसकी दोस्ती हुई थी। महिला पत्रकार के मुताबिक, युवक ने अपना नाम योगेंद्र जैन बताया था और कहा था कि वह एनआरआई है और मौजूदा समय में लंदन में रहता है। महिला के अनुसार, युवक ने उससे शादी करने का वादा किया और कहा कि उसके माता-पिता भारत में रहते हैं, जिनसे मिलने के लिए वह भारत आ रहा है।
पीड़िता ने बताया कि कुछ दिन पहले दिल्ली एयरपोर्ट से उसके पास एक फोन आया। उसने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को कस्टम अधिकारी बताया और कहा कि भारत आ रहे योगेंद्र जैन के पास से 50 हजार पाउंड मिले हैं, जो तय सीमा से ज्यादा हैं। महिला के अनुसार, फोन करने वाले ने कहा कि जैन को एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया है और उसे छुड़ाने के लिए 10 लाख रुपये की कस्टम ड्यूटी लगेगी।
एसपी डॉ. त्रिवेणी सिंह के अनुसार, महिला पत्रकार ने दावा किया कि उसने फोन करने वाले की बात पर यकीन करके उसके बताए खाते में 1,07,500 रुपये ट्रांसफर कर दिए। अधिकारी ने बताया कि थोड़ी देर बाद युवती को संदेह हुआ कि उसके साथ ठगी हो रही है, लिहाजा उसने और पैसे नहीं दिए। साथ ही घटना की रिपोर्ट साइबर क्राइम थाने में दर्ज करा दी।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मामले की जांच कर रहीं साइबर क्राइम थाने की प्रभारी इंस्पेक्टर रीता यादव, सब-इंस्पेक्टर एसपी सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों ने एक सूचना के आधार पर बीती रात ग्रेटर नोएडा से उक्त घटना को अंजाम देने वाले नाइजीरियाई युवक को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी त्रिवेणी सिंह के अनुसार, आरोपी की पहचान ईस्तोर चर्चिल (37) के रूप में हुई है, जो नाइजीरिया का मूल निवासी है। उन्होंने बताया कि चर्चिल के पास से ठगी में प्रयुक्त 17 मोबाइल फोन, 46 सिम कार्ड, दो लैपटॉप, कंप्यूटर हार्ड डिक्स, छह इंटरनेट डोंगल, एटीएम कार्ड, नकदी व फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी काफी दिनों से भारत में अवैध रूप से रह रहा था और उसने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। वह विभिन्न मैट्रमोनियल साइटों पर शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाली युवतियों से विदेशी या एनआरआई युवक बनकर संपर्क करता था और फिर शादी का झांसा देकर अलग-अलग तरीकों से उनके साथ ठगी करता था।