गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से छोटे भूखंडों के बाद 2000 वर्ग मीटर और उससे बड़े ग्रुप हाउसिंग, औद्योगिक, व्यावसायिक भूखंडों की नीलामी की योजना तैयार की गई है। कल 18 फरवरी को होने वाली नीलामी प्रक्रिया में विभिन्न योजनाओं के बड़े भूखंडों को शामिल किया गया है।
जीडीए की योजना विभिन्न श्रेणी के बड़े भूखंड की बिक्री कर आय अर्जित करने की है। इस बार की नीलामी प्रक्रिया में सर्वाधिक ग्रुप हाउसिंग और औद्योगिक श्रेणी के भूखंडों को जगह दी गई है। प्राधिकरण ने ग्रुप हाउसिंग के अलावा सामुदायिक केंद्र, वृद्धाश्रम, मल्टीप्लेक्स, कंवीनियेंट शॉपिंग भूखंड को शामिल किया है।
जीडीए की कोयल एंक्लेव योजना में सर्वाधिक आठ ग्रुप हाउसिंग के भूखंड शामिल हैं। इन भूखंड का क्षेत्रफल 2020 से लेकर 12867 वर्ग मीटर तक है। नीलामी में शामिल होने के लिए भूखंड की धरोहर राशि 1.08 करोड़ से लेकर 3.26 करोड़ तक रखी गई है।
इसके बाद एक ग्रुप हाउसिंग भूखंड तुलसी निकेतन में है। तुलसी निकेतन में भूखंड का क्षेत्र 3543 वर्ग मीटर और धरोहर राशि 58.46 लाख निर्धारित की गई है। इसके अलावा इंद्रप्रस्थ योजना में 4995 वर्ग मीटर का एक ग्रुप हाउसिंग भूखंड शामिल है। इसकी धरोहर राशि 95.42 लाख है।
वहीं, मधुबन बापूधाम योजना में चार औद्योगिक भूखंडों को नीलामी का हिस्सा बनाया जाएगा। इन भूखंड का क्षेत्र 3404 से लेकर 6580 वर्ग मीटर तक है। इनकी धरोहर राशि को 80 लाख से 1.56 करोड़ निर्धारित किया गया है। वैशाली योजना के सेक्टर-6 और कर्पूरीपुरम योजना में वृद्धाश्रम के दो भूखंड शामिल हैं। वैशाली के वृद्धाश्रम के भूखंड का क्षेत्र 2454 वर्ग मीटर और धरोहर राशि 1.74 करोड़ है। वहीं, कर्पूरीपुरम योजना के वृद्धाश्रम का क्षेत्र 2233 वर्ग मीटर और धरोहर राशि 49 लाख है। इनमें अलावा इंदिरापुरम योजना के शक्तिखंड-चार में मल्टीप्लेक्स भूखंड, वैशाली योजना में सामुदायिक केंद्र भूखंड, मधुबन बापूधाम योजना पॉकेट-बी में सामुदायिक केंद्र भूखंड और स्वर्णजयंतीपुरम योजना में कंवीनियेंट शॉपिंग भूखंड शामिल है।