बच्चों से मोबाइल चोरी करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 10 हजार मोबाइल बांग्लादेश में भेजे

दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो दिल्ली एनसीआर में छोटे बच्चों से मोबाइल चोरी करवाता था फिर इन मोबाइल को बांग्लादेश भेज देता था। गिरोह के सदस्य करीब चार वर्षों में दस हजार मोबाइल फोन चुरा चुके हैं। इस गिरोह के पांच नाबालिग समेत दस आरोपी पकड़े गए हैं।

दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी गौरव शर्मा के अनुसार एसीपी ऑपरेशन सेल अभिनेन्द्र जैन देखरेख में एंटी स्नैचिंग सेल का गठन किया गया। 9 फरवरी को एक सूचना के बाद उनकी एंटी स्नैचिंग सेल ने दिल्ली के भीड़भाड़ वाले साप्ताहिक बाजारों से हाई-एंड मोबाइल फोन की चोरी में शामिल एक बड़े सिंडिकेट को पकड़ा, कुल 10 लोग पकड़े गए जिसमें 5 नाबालिग थे।ये सभी लोग दिल्ली के भीड़भाड़ वाले साप्ताहिक बाजारों से मोबाइल चोरी की घटनाओं में सक्रिय रूप से शामिल थे। इनके पास से 110 महंगे मोबाइल बरामद हुए।

गिरफ्तार बालिग आरोपियों की पहचान महाराजपुर, साहिबगंज झारखंड निवासी एलोपी मेहतो, कारू कुमा, सन्नी कुमार, नंदन कुमार व राहुल कुमार के रूप में हुई है। एलोपी मेहतो इस गिरोह का सरगना है और बाकी उसके रिश्तेदार हैं। उन्होंने बताया कि इस पुलिस टीम ने जांच के बाद एक साप्ताहिक बाजार से पांच बालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पांच नाबालिग आरोपियों को भी पकड़ा गया है। पूछताछ में पता लगा है कि सभी आपस में रिश्तेदार हैं और एलोपी मेहतो इनको दिल्ली लेकर आया था।

दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार झारखंड के साहिबगंज में महाराजपुर गांव हैं। इस गांव के करीब 50 से ज्यादा लोगा मोबाइल चोरी की वारदात करने दिल्ली आते हैं। ये चार-पांच वर्षो से वारदात कर रहे हैं। दो दो महीने वारदात करने के लिए दिल्ली में रूकते हैं और दो महीने अपने गांव में रहते हैं। एक बालिग सदस्य के साथ एक नाबालिग रहता हैं। नाबालिग सदस्य मोबाइल चोरी करता है। एलोपी मेहतो ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह पूरे साल में चार से पांच बार अपने गिरोह के साथ दिल्ली आता था।

आरोपियों ने बताया के ये चोरी के मोबाइलों को जमा करते रहते थे। काफी संख्या में मोबाइल जमा होने पर ये वापस झारखंड चले जाते थे। इसके बाद ये बांग्लादेश में संपर्क करते थे और वहां बेच देते थे। चोरी हुए मोबाइल फोन को रिसीवर पप्पू और रिंकू के जरिये बांग्लादेश भेज देता था। हाल ही में गिरोह के सरगना ने पिछले हफ्ते ही 40 मोबाइल फोन पप्पू को 90000 रुपये में बेचे थे।

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