दिल्ली। राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित मुगल गार्डन कल शनिवार 12 फरवरी से 16 मार्च तक आम जनता के लिए खुलेगा। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि विजिटर्स को केवल एडवांस ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से गार्डन देखने की अनुमति होगी।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन के वार्षिक “उद्यानोत्सव” का उद्घाटन किया। बयान में कहा गया है कि मुगल गार्डन 12 फरवरी, 2022 से 16 मार्च, 2022 तक (सोमवार को छोड़कर जो रखरखाव के दिन हैं) 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच आम जनता के लिए खुला रहेगा। हालांकि, शाम 4 बजे के बाद किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मुगल गार्डन घूमने के लिए ऑनलाइन बुकिंग https://rashtrapatisachivalaya.gov.in या https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx लिंक के माध्यम से की जा सकती है। पिछले साल की तरह इस साल भी विजिटर्स को एहतियात के तौर पर वॉक-इन एंट्री नहीं मिलेगी।
प्रत्येक स्लॉट में अधिकतम 100 व्यक्ति प्रवेश कर सकते हैं। दौरे के दौरान, विजिटर्स को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने आदि COVID प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। उन्हें एंट्री पॉइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग से भी गुजरना होगा। बिना मास्क के किसी भी विजिटर को अनुमति नहीं दी जाएगी।
राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन को वैलेंटाइन डे से ठीक दो दिन पहले खोला जा रहा है।राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन की सैर करने देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। 15 एकड़ के विशाल विस्तार में फैले मुगल गार्डन में सैकड़ों किस्म के गुलाब और ट्यूलिप के फूल खिलते हैं।आप यहां विदेशी फूलों का भी दीदार कर सकते हैं। यहां का हर्बल गार्डन कई दुर्लभ जड़ी-बूटियों का खजाना समेटे हुए हैं।
मुगल और अंग्रेजी शैली के फूलों का विशालकाय बगीचा
यहां ट्यूलिप, मोगरा-मोतिया, रजनीगंधा, बेला, रात की रानी, जूही, चम्पा-चमेली जैसे कई फूल देखने को मिलेंगे। राष्ट्रपति भवन की इमारत में जिस तरह वास्तुकला की दो अलग-अलग शैलियां हैं- भारतीय और पश्चिमी, उसी तरह, मुगल गार्डन में दो अलग-अलग बागवानी परंपराएं हैं, जिसमें मुगल शैली और अंग्रेजी फूलों का बगीचा शामिल है। मुगल नहरों, छतों और फूलों की झाड़ियों को यूरोपीय फूलों, लॉन और निजी हेजेज के साथ खूबसूरती से मिश्रित किया गया है।
बता दें कि कोविड महामारी की वजह से दिल्ली में कई पाबंदियां लगाई गई थी। इस दौरान मुगल गार्डन को भी आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था।