नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट पर भारत का गलत नक्शा दिखाए जाने के आरोपों के बीच केंद्र सरकार ने बयान जारी किया है। उधर, भारत के सख्त एतराज के बाद इस डब्ल्यूएचओ जिनेवा में स्थित भारत के स्थायी मिशन को बताया कि उन्होंने अपने पोर्टल पर इससे जुड़ा एक खंडन भी डाला है।
सोमवार को भारत के विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने लिखित जवाब देते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से वेबसाइट पर भारत के नक्शे को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था। जानकारी मिलते ही भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और जोरदार तरीके से इस सवाल को उठाया। उन्होंने सदन को बताया कि इसके जवाब में डब्ल्यूएचओ ने जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन को सूचित किया कि उन्होंने पोर्टल पर इसे लेकर एक अस्वीकृति डाल दी है।
इस खंडन (डिस्क्लेमर) में कहा गया कि सामग्री का प्रस्तुतिकरण किसी भी देश, क्षेत्र या उसके प्राधिकार की कानूनी स्थिति के बारे में डब्ल्यूएचओ की ओर से किसी भी प्रकार की राय की अभिव्यक्ति नहीं है। विदेश राज्यमंत्री के मुताबिक, डिस्क्लेमर में कहा गया कि नक्शे में दिए गए नामों और प्रदर्शित की गई सामग्री द्वारा किसी देश या उसके भूक्षेत्र या उसके किसी प्राधिकरणों की वैधानिक स्थिति अथवा उसकी सीमाओं या सीमा क्षेत्रों में परिर्वतन लाने के संबंध में की गई कोई भी टिप्पणी विश्व स्वास्थ्य संगठन की राय नहीं है।
खंडन में कहा गया है कि मानचित्र पर दर्शाए गए बिंदु या डैश लाइन किसी देश की सीमाओं का अनुमान मात्र है, जिसके संबंध में हो सकता है कि पूर्ण सहमति न हो। विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद सीमा को सही रूप से दर्शाने से संबंधित भारत सरकार की स्थिति को स्पष्ट शब्दों में दोहराया गया है। उन्होंने बताया कि इस बारे में भारत की संसद को 4 फरवरी 2021 को बताया गया था।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डॉक्टर शांतनु सेन ने हाल ही में डब्ल्यूएचओ की ओर से भारत का गलत नक्शा पेश किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की थी। सेन ने पीएम को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा कि डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर जो कोरोनावायरस मामलों का विश्व मैप दिखाया जाता है, उसमें जम्मू-कश्मीर को चीन और पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया है।
अपनी चिट्ठी में शांतनु सेन ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर जो विश्व का नक्शा दिखाया गया है, उस पर जब जूम किया गया, तो पूरे भारत को तो नीले रंग में दिखाया गया। लेकिन जम्मू-कश्मीर के लिए दो अलग-अलग रंग इस्तेमाल किए गए।
उन्होंने कहा, “जब मैंने नीले हिस्से पर क्लिक किया, तो हमारे देश का कोरोना से जुड़े डेटा दिखाई दिया। लेकिन जब जम्मू-कश्मीर के इन अलग रंग वाले हिस्सों पर क्लिक किया, तो बड़े हिस्से पर पाकिस्तान का डेटा और छोटे हिस्से पर चीन का डेटा दिखाई दिया। इसके अलावा भारत के नक्शे में अरुणाचल प्रदेश को भी अलग से दिखाया गया है।”