गाजियाबाद। दो दिन पूर्व गाजियाबाद के कौशांबी डिपो से चोरी हुई रोडवेज की अनुबंधित बस मेरठ में एक वर्कशाप में कटती हुई मिली। पुलिस तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस वारदात का राजफाश करेगी।
दिल्ली निवासी मोहित ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनकी बस रोडवेज में अनुबंध पर लगी हुई है, जिसे कंकरखेड़ा निवासी चालक मोहित चंडोक चलाता था। 29 जनवरी को कुछ खराबी आने के चलते चालक बस को कौशांबी बस अड्डे के पास बनी वर्कशॉप पर ले गया था। इस दौरान पहले से ही रिपेयरिंग की लाइन में और कई बसें खड़ी होने के चलते चालक बस में ही चाबी लगी छोड़कर खाना खाने चला गया। जब वह खाना खाकर रात 9 बजे लौटा तो बस अपने स्थान पर नहीं भी। इधर-उधर काफी तलाशने के बाद भी जब बस का कुछ पता नहीं चला तो चालक ने तत्काल बस मालिक को सूचना दी। फिर बस मालिक नरेंद्र ने इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने सोमवार को जनपद मेरठ के बिजली बंबा चौकी क्षेत्र में हापुड़ रोड पर स्थित 44वीं वाहिनी पीएसी के सामने बने वर्कशाप में दबिश देकर वहां से बस काटते हुए तीन आरोपितों को हिरासत में ले लिया। चोरों ने बस में लगे जीपीएस को भी हटा दिया था। ताकि बस की लोकेशन का पता न चले। पुलिस ने बस के अलावा वर्कशाप से एक आटो, एक मैजिक और एक कैंटर को भी कब्जे में वे लिया। इंस्पेक्टर दिनेश उपाध्याय ने बताया कि जल्द अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का राजफाश किया जाएगा।
बस मालिक ने खुद लगाया पता
बस मालिक के मुताबिक चोरी होने के बाद गाजियाबाद जिले के लिंक रोड थाने में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित ने रोडवेज कर्मियों से बातचीत की तो उसे पता चला कि उनकी बस को मेरठ की तरफ जाते हुए देखा है। मोहित ने परतापुर टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी तो बस मेरठ की तरफ जाती दिखी लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई की। पीड़ित ने मेरठ में कई लोगों को बस चोरी की जानकारी दी तब सोमवार को एक व्यक्ति ने वर्कशाप में बस काटने की जानकारी दी थी।