इंडिया गेट पर लगेगी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा

नई दिल्ली। अमर जवान ज्योति को लेकर जारी विवाद के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि इंडिया गेट पर महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

पीएम ने ट्वीट कर कहा, ”ऐसे समय में जब पूरा देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ग्रेनाइट से बनी उनकी भव्य प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित की जाएगी। यह उनके प्रति भारत के ऋणी होने का प्रतीक होगा।” प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा बनकर तैयार नहीं हो जाती तब तक उस स्थान पर उनका एक होलोग्राम प्रतिमा लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस होलोग्राम प्रतिमा का वह 23 जनवरी को नेताजी की जयंती के अवसर पर लोकार्पण करेंगे।

बताया जा रहा है कि इंडिया गेट और राष्ट्रीय समर स्मारक के बीच खाली पड़ी इस छतरी में नेताजी की प्रतिमा लगाई जाएगी। ये छतरी 6 दशक से खाली पड़ी थी। यहां पहले जॉर्ज पंचम की प्रतिमा था। 1968 में इसे हटाकर बुराड़ी के कोरोनेशन पार्क में भेज दिया गया था, तब से यह छतरी खाली थी।

अमर जवान ज्योति पर विवाद के बीच पीएम ने किया एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह एलान ऐसे वक्त पर किया है, जब इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को लेकर विवाद चल रहा है। दरअसल, सरकार ने अमर जवान ज्योति को नेशनल वॉर मेमोरियल की लौ के साथ मर्ज करने का फैसला किया है। इस फैसले को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल केंद्र सरकार का विरोध कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि यह बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुल लोग देशप्रेम व बलिदान को नहीं समझ सकते। कोई बात नहीं, हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे।

वहीं, सरकार ने सरकार ने इस मामले पर स्थिति साफ कर दी है। केंद्र सरकार का कहना है कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की ज्वाला में विलीन किया जा रहा है। इंडिया गेट पर अंकित नाम केवल उन शहीदों के हैं जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो-अफगान युद्ध में अंग्रेजों के लिए लड़ाई लड़ी थी, ऐसे में यह हमारे औपनिवेशिक अतीत का प्रतीक हैं।

1971 समेत भारत के सभी युद्धों में शहीद जवानों के नामों को नेशनल वॉर मेमोरियल में शामिल किया गया है। यह हमारे शहीद जवानों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। सरकार ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, विडम्बना यह है कि जिन लोगों ने 7 दशकों तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनाया, वे अब हमारे शहीदों को स्थाई और उचित श्रद्धांजलि देने पर हंगामा कर रहे हैं।

नेताजी की जयंती से शुरू होगा गणतंत्र दिवस समारोह
पिछले दिनों मोदी सरकार ने फैसला किया था कि गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत अब हर साल 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी को होगी। स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती इन समारोहों में शामिल होगी। इससे पहले बोस की जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की गई थी।

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