गाजियाबाद। लोनी कोतवाली क्षेत्र की डीएलएफ कॉलोनी के पास फाइनेंसर की सनसनीखेज हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में दो भाईयों समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल दो बदमाश पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। हत्या की वजह एक आरोपी की पत्नी से अवैध सम्बन्ध है।
मूल रूप से बागपत जिले के गांव घिटौरा निवासी विकास उर्फ नीटू फाइनेंसर था। वह फिलहाल गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र स्थित वेद विहार डीएलएफ कॉलोनी में रह रहा था। रोजना की तरह सोमवार सुबह करीब 11 बजे विकास अपने ऑफिस जा रहा था तभी उसकी हत्या कर दी गई, विकास के सिर में कुल चार गोलियां मारी गई थीं।
एसपी देहात ईरज राजा ने बताया कि हत्या के मामले में हंसराज उर्फ बाेबी, सुरेंद्र उर्फ मिंटू और रोहित उर्फ नन्नू निवासी रणजीत नगर लोनी को मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे डीएलएफ अंकुर विहार कालोनी कट से गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से एक पिस्टल, तीन कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि मृतक विकास का सुरेंद्र की पत्नी से अवैध संबंध थे। छह माह पूर्व इसकी जानकारी मिली थी। दोनों को समझाने का प्रयास किया गया था लेकिन दोनों लगातार मिलते रहते थे।
सुरेंद्र ने यह बात अपने पड़ोसी हंसराज उर्फ बॉबी को बताई। हंसराज का एक भतीजा सोनू हत्या के मामले में दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है। हंसराज ने व्हाट्सएप कॉल के जरिये सोनू को पूरा प्रकरण बताया। इसके बाद सुरेंद्र और हंसराज की मुलाकात सोनू से दिल्ली कोर्ट में पेशी पर हुई। सोनू ने नोएडा में गांव बिश्नौली निवासी चुन्नू को विकास की हत्या करने का जिम्मा सौंपा। जिसके बाद चुन्नू ने अपने भतीजे कुलदीप निवासी खोड़ा और रोहित के साथ हत्या की योजना बनाई।
20 दिसंबर को चुन्नू गाजियाबाद की डीएलएफ कॉलोनी में अपने साथियों संग पहुँच गया। एक मोटरसाइकिल पर हंसराज व चुन्न और दूसरी मोटरसाइिल पर कुलदीप व रोहित रास्ते में विकास के घर के निकलने का इंतजार करने लगा। जब विकास घर से निकला तो कुलदीप और रोहित उसका पीछा करते हुए आए। इसके बाद फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी।
लोनी थाना पुलिस ने सुरेंद्र, हंसराज और रोहित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद की है। इस हत्याकांड में दो आरोपी कुलदीप निवासी खोड़ा और चुन्नू निवासी नोएडा फरार हैं।