हेलिकॉप्टर हादसा: वायुसेना की नसीहत, जांच पूरी होने तक अफवाहों से बचें

नई दिल्ली। देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की बुधवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में जान चली गई थी। उनके साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों और सैन्यकर्मियों का भी इस हादसे में निधन हुआ था। तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश के मामले में वायुसेना ने ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी का गठन कर दिया है। साथ ही वायुसेना ने उन लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है। वायुसेना ने कहा है कि जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे। तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है।

इंडियन एयरफोर्स ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘एयरफोर्स ने ट्राई-सर्विस (तीनों सेनाओं की सम्मिलित) कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है। यह कोर्ट ऑफ इंक्वायरी 8 दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर हादसे के कारणों की जांच करेगी। जांच जल्द पूरी होगी और जो भी तथ्य हैं देश के सामने रखे जाएंगे। तब तक दिवंगत लोगों की व्यक्तिगत गरिमा का ख्याल रखते हुए किसी भी तरह की कयासबाजी से बचें।’

दरअसल, एक तरफ इस घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत किन परिस्थितियों में हुई, इसको लेकर अभी कुछ भी साफ नहीं है। क्रैश के पीछे की मुख्य वजह को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं और आशंकाओं की बाढ़ सी आ गई है।

गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हेलिकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत की मौत लोगों के मन में संदेह पैदा करती है। राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि जनरल रावत ने हाल के दिनों में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ देश की सैन्य प्रतिक्रिया तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने पूछा, ‘इसलिए, जब ऐसी दुर्घटना होती है तो लोगों के मन में संदेह पैदा होता है।’ राउत ने कहा कि जनरल रावत को ले जाने वाला हेलीकॉप्टर 2 इंजनों द्वारा संचालित एक आधुनिक चॉपर था।

बता दें, भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों की बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद मौत हो गई थी। गुरुवार को घटनास्थल से हेलिकॉप्टर का ब्लैकबॉक्स बरामद किया गया था। इसकी जांच से यह पता चल सकेगा कि आखिर अंतिम क्षणों में हेलिकॉप्टर के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को क्या जानकारी दी थी।

इस बीच शुक्रवार को दिल्ली में हादसे में मारे गए सैनिकों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। सुबह ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके परिजन और कई बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। इसके अलावा जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का शव उनके घर में रखा गया है। यहां कई हस्तियां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुंची हैं।

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