केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (बी.1.1.529) को ओमीक्रोन (Omicron) नाम दिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका नामकरण करने के साथ ही इसे इसे वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस इवोल्यूशन पर तकनीकी सलाहकार समूह की एक आपातकालीन बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा, ”कोविड -19 महामारी विज्ञान में एक हानिकारक परिवर्तन का संकेत प्रस्तुत किए गए सबूतों के आधार पर, टीएजी-वीई ने डब्ल्यूएचओ को सलाह दी है कि इस संस्करण को चिंता के प्रकार (वीओसी) के रूप में नामित किया जाना चाहिए और डब्ल्यूएचओ ने बी.1.1529 को इस रूप में नामित किया है। इस वीओसी का नाम ‘ओमीक्रॉन’ है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार’ करार दिया है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की ओर से शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनों में वायरस के नए प्रकार की कैटिगरी में पहली बार की गई है। इसी कैटिगरी में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट को भी रखा गया था जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था और भारत में भी दूसरी लहर के लिए इसे जिम्मेदार बताया गया।
कई देशों ने लगाया ट्रैवल बैन
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर पूरी दुनिया सतर्क हो गई है। कुछ देशों ने दक्षिण अफ्रीका से यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। अमेरिका ने कोविड-19 के वैरिएंट के चलते दक्षिण अफ्रीका और सात अन्य अफ्रीकी देशों के गैर-अमेरिकी नागरिकों की यात्रा पर सोमवार से पाबंदी लगाने का ऐलान किया है।
कनाडा ने भी घोषणा की कि उसने उन विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है जिन्होंने पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा की है। सरकार के मंत्रियों ने यह भी कहा कि पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा करने वाले सभी कनाडाई नागरिकों की जांच भी अनिवार्य होगी। पिछले 14 दिन में कनाडा आने वाले लोगों को भी पृथक-वास में रहने और कोविड संक्रमण की जांच कराने को कहा गया है।
फ्रांस ने दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र से आने वाली सभी उड़ानों को 48 घंटे के लिए निलंबित कर दिया। इटली ने पिछले 14 दिनों में इन दक्षिणी देशों में रहने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। नीदरलैंड और चेक गणराज्य इसी तरह के उपायों की योजना बना रहे हैं।
कोरोना महामारी आने के बाद से ही इसके कई वेरिएंट सामने आए हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक भी कोरोना के अलग अलग वेरिएंट पर नजर बनाए रखते हैं। इसी क्रम में दक्षिण अफीका में जीनोमिक्स की निगरानी के लिए बनाई गई कमेटी ने सोमवार को एक नए वेरिएंट का पता लगाया और इसे बी.1.1.529 नाम दिया। सबसे पहले गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने अपने देश में नए वेरिएंट के होने की पुष्टि की थी। हालांकि दो और देशों इजराइल और बेल्जियम में नया वेरिएंट पाया गया। इसके अलावा बोत्सवाना और हांगकांग ने भी अपने यहां वेरिएंट के मौजूद होने की पुष्टि की।