अर्जुन पुरस्कार से सम्माानित होंगे नोएडा के डीएम सुहास एलवाई

नोएडा। टोक्यो पैरालिंपिक में मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाले सुहास एलवाई के नाम की अर्जुन अवॉर्ड के लिए सिफारिश की गई है। आईएएस सुहास एलवाई नोएडा के जिलाधिकारी हैं।

नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स कमेटी ने सुहास एलवाई का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए प्रस्तावित किया है। हालांकि इसमें टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में मेडल जीतने वाले अन्य खिलाड़ियों का भी नाम शामिल है। लेकिन पैरालंपिक्स में शानदार प्रदर्शन करने वाले डीएम सुहास एलवाई के लिए यह बेहद खास होगा। अगर सुहास एलवाई को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है तो वह पहले ऐसे आईएएस अधिकारी बन गए हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।

सुहास एल वाई का पूरा नाम सुहास लालिनकेरे यतिराज है, वो कर्नाटक के शिमोगा के मूल निवासी हैं। बचपन से ही सुहास एक पैर से विकलांग हैं, उनका दाहिना पैर पूरी तरह फिट नहीं है। काफी दिनों तक क्रिकेट खेलने के बाद उनका नाता बैडमिंटन जुड़ा। 2007 में आईएएस अधिकारी बने सुहास एल वाई ने आईएएस एकेडमी से ही बैडिंटन खेलना शुरू किया और धीरे-धीरे वह इसमें काफी आगे निकल गए। वह आईएएस बना आईपीएस बैडमिंटन प्रतियोगिता भी जीत चुके हैं। प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ सुहास एल वाई अपने खेल को भी पर्याप्त समय देते हैं। इससे पहले आजमगढ़, जौनपुर और प्रयागराज जैसे जिलों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

हासिल किए हैं कई मेडल
सुहास ने साल 2017 में तुर्की में आयोजित बीडब्ल्यूएफ टर्किस ओपन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप के सिंगल और डबल मुकाबले में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था जबकि 2019 में सिंगल में भी गोल्ड मेडल जीता था। साल 2018 में वाराणसी में आयोजित हुए नैशनल पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। इनकी पत्नी भी पीसीएस अफसर हैं।

जब 7 दिन की छुट्टी लेकर पैरा एशियन चैंपियनशिप में पहुंच गए थे सुहास
सुहास ने कभी प्रोफेशनल एथलीट बनने के बारे में नहीं सोचा था लेकिन एक दिन उनका ये शौकिया तौर पर खेलना उनका पैशन बना गया। साल 2016 में सुहास ने पैरा एशियन चैंपियनशिप में पार्टिसीपेट किया। खास बात ये है कि उनके इस चैंपियनशिप में भाग लेने की किसी को खबर नहीं थी। सुहास ने सात दिन की छुट्टी ली और बिना किसी को बताए चुपचाप चाइना निकल गए। इस इंटरनेशनल टूर्नामेंट में उन्होंने देश के लिए गोल्ड मेडल भी जीता।बीजिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता। इसके साथ ही वह एक पेशेवर अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय नौकरशाह बने। उस दौरान वे आजमगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थे। तब उन्होंने फाइनल में इंडोनेशिया के हैरी सुसांतो को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह तब आकर्षण का केंद्र बने।

प्रयागराज कुंभ में दिखाई क्षमता
साल 2019 में प्रयागराज कुंभ के दौरान सुहास एल वाई जिले के डीएम थे। इस दौरान क्राउड मैनेजमेंट से लेकर शहर की साफ-सफाई और साज-सज्जा हर काम को सुहास ने बेहतरीन तरीके से निभाया। अपने काम के दम पर ही सुहास एल वाई यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अफसरो में शुमार हैं।

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