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चीन में एक दशक में एक बार जनगणना की जाती है, इसके मुताबिक पिछले दशक में वहां की जनसंख्या वृद्धि दर सबसे धीमी रही है। इसके बाद चीन ने अपनी टू चाइल्ड पॉलिसी में 5 साल में ही बदलाव कर दिया है।
चीन में अब लोग तीन बच्चे पैदा कर सकेंगे। सरकार ने शुक्रवार को थ्री-चाइल्ड पॉलिसी को आधिकारिक मान्यता दे दी है। बर्थ-रेट में और गिरावट न हो इसलिए चीन ने यह पॉलिसी लागू की है। इतना ही नहीं, लोग बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित हो सकें इसलिए सरकार ने लोगों को आर्थिक मदद देने के भी उपाय लागू किए हैं।
नए कानून के मुताबिक पेरेंट्स पर बच्चों की परवरिश और पढ़ाई का ज्यादा बोझ न पड़े इसलिए सरकार फाइनेंस, टैक्स, इंश्योरेंस, एजुकेशन, हाउसिंग और नौकरी जैसे कई क्षेत्रों में पेरेंट्स की मदद करेगी। दरअसल, वन-चाइल्ड पॉलिसी के चलते तीन दशक में करीब 40 करोड़ जन्म रोके गए हैं।
चीन में एक दशक में एक बार जनगणना की जाती है, इसके मुताबिक पिछले दशक में वहां की जनसंख्या वृद्धि दर सबसे धीमी रही है। इसके बाद चीन ने अपनी टू चाइल्ड पॉलिसी में 5 साल में ही बदलाव कर दिया है।
चीन में 70 के दशक में बनी थी पहली चाइल्ड पॉलिसी
चीन में बच्चों को लेकर पहली पॉलिसी 70 के दशक के अंत में बनाई गई। तब ये तय किया गया कि शादीशुदा जोड़े केवल एक बच्चा पैदा कर सकेंगे। ये फैसला देश की तेजी से बढ़ती हुई आबादी पर लगाम लगाने के लिए लिया गया था। इस पॉलिसी में 2016 में बदलाव किया गया और एक बच्चों की सीमा बढ़ाकर 2 बच्चे कर दिया गया। अब 5 साल बाद पॉलिसी फिर बदली गई। अब चीन में थ्री चाइल्ड पॉलिसी लागू हो चुकी है।
चीन की जनसंख्या वृद्धि दर बेहद कम
चीन सरकार ने 11 मई को 10 साल की जनगणना के आंकड़े जारी किए थे। जनगणना का काम पिछले साल ही पूरा हो गया था, लेकिन आंकड़े अब जारी किए गए हैं और वो भी बहुत कम। बहरहाल, इन आंकड़ों के हिसाब से देखें तो 2011 से 2020 के बीच चीन की जनसंख्या वृद्धि दर 5.38% रही। 2010 में यह 5.84% थी। जाहिर है जनसंख्या वृद्धि दर कम रही और अब चीन के विशेषज्ञ देश के लिए इसे अच्छा संकेत नहीं मान रहे।
साभार-दैनिक भास्कर
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