R फैक्टर ने फिर बढ़ाई चिंता:कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ने से संक्रमण फैलने का खतरा, गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा- अफसरों को जिम्मेदार बनाएं

पढ़िए दैनिक भास्कर ये खबर…

कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी के बावजूद देश के फेमस हिल स्टेशनों शिमला, मसूरी और नैनीताल में पर्यटकों की भारी भीड़ दिख रही है।

हिल स्टेशनों और बाजारों में भारी भीड़ से परेशान सरकार ने राज्यों को लेटर लिखकर कोरोना गाइडलाइंस के घोर उल्लंघन पर सलाह दी है। गृह मंत्रालय की ओर से लिखे इस लेटर में कहा गया है कि बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। नतीजतन, कुछ राज्यों में R फैक्टर (रिप्रोडक्शन नंबर) में बढ़ोतरी चिंता का विषय है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि राज्य गाइडलाइंस के सख्ती से पालन के लिए अधिकारियों को निजी तौर पर जिम्मेदार बनाएं।

चीफ सेक्रेटरी और एडमिनिस्ट्रेटर्स को लिखी चिट्‌ठी में कहा गया कि देश में कोरोना के एक्टिव केस ​​​​की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने धीरे-धीरे अपने यहां छूट देने लगे हैं। देश के कई हिस्सों में, खास तौर से हिल स्टेशनों में, कोरोना गाइडलाइंस का घोर उल्लंघन देखा गया है।

R फैक्टर का बढ़ना कोरोना के दोबारा फैलने का संकेत
R फैक्टर में 1.0 से ऊपर कोई भी बढ़ोतरी कोरोना के फैलने का संकेत है। इसलिए यह जरूरी है कि संबंधित अधिकारियों को सभी भीड़-भाड़ वाली जगहों जैसे दुकानों, मॉल, बाजारों, रेस्तरां, रेलवे स्टेशनों और दूसरे हॉटस्पॉट में कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जिम्मेदार बनाया जाए।

नई एडवाइजरी के मुताबिक, यदि किसी कैंपस या मार्केट में कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर नहीं किया जाता है, तो ऐसी जगहों पर फिर से पाबंदी लागू की जाए। मंत्रालय ने कहा कि टेस्ट, ट्रैक, ट्रीटमेंट, वैक्सीनेशन और गाइडलाइंस के पालन की 5 फोल्ड स्ट्रेटेजी पर लगातार ध्यान देना चाहिए।

क्या है रिप्रोडक्शन नंबर
वायरस किस रफ्तार से फैल रहा है, रिप्रोडक्शन नंबर इसे परखने का एक पैमाना है। अगर किसी जगह यह 2 है तो इसका मतलब है कि एक कोरोना पॉजिटिव शख्स औसतन 2 लोगों को संक्रमित कर रहा है। अगर R नंबर एक से ज्यादा है तो वायरस तेजी से फैल सकता है। अगर 1 से कम है तो मान सकते हैं कि संक्रमण काबू में है।

लॉकडाउन हटने के 20 दिन बाद मसूरी में 3 कोरोना संक्रमित मिले
देश में तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की उमड़ती भीड़ ने सरकार और लोकल एडमिनिस्ट्रेटर्स की नींद उड़ा दी है। उत्तराखंड सरकार की ओर से लॉकडाउन में ढील देने के 20 दिन बारद मसूरी में कोरोना के 3 मामले सामने आए हैं।

नोडल ऑफिसर डॉ. प्रदीप राणा ने बताया कि तीनों कैंटोन्मेंट एरिया के रहने वाले हैं। सभी को क्वारैंटादन कर दिया गया है। उनके संपर्क में आए 20 लोगों की भी कोरोना जांच कराई गई है। फिलहाल इन सभी RT-PCR रिपोर्ट नहीं आई है।

कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन चिंता की बात

  • कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच देश के फेमस हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण मसूरी और नैनीताल चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो में मसूरी और नैनीताल की ओर जाने वाली सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें दिखाई गईं। इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी उल्लंघन करते दिखाई दिए।
  • इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी अपने ब्रीफिंग में हिल स्टेशनों पर भीड़ की तस्वीरें भी दिखाई थीं। इस दौरान मंत्रालय ने पर्यटकों को लापरवाही पर चिंता जताई थी। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा था कि यह गंभीर चिंता का विषय है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी अलर्ट किया
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंगलवार को संभावित तीसरी लहर पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर भारी भीड़ का उमड़ना ठीक नहीं है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है।

उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं। लोगों को समझना होगा कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। सवाल होना चाहिए कि इसे कैसे रोकना है? प्रोटोकॉल का पालन कैसे करना है? कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर ले आए, तो आता है। हम सावधानी बरतेंगे, तो ही इसे रोक पाएंगे। साभार-दैनिक भास्कर

आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स मेंलिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें। हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Exit mobile version