फरीदाबाद/गुरुग्राम। दिल्ली से सटी औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस का पहला मरीज सामने आया है। डेल्टा प्लस वैरिएंट से प्रभावित इस शख्स के बारे में ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ने पुष्टि की है, हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग अभी इस पर कुछ भी कहने से बच रहा है। नए वैरिएंट के आने से जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिंताएं बढ़ना भी स्वाभाविक है। डेल्टा वैरिएंट की पहचान के लिए ईएसआइसी अस्पताल की ओर से पिछले दिनों 175 लोगों के सैंपल लिए गए थे और इनमें से एक मात्र ही पाजिटिव पाया गया है। इन सभी की ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग हुई थी। औद्योगिक नगरी में जो मामला आया है, वो हरियाणा प्रदेश का भी पहला मामला है। इसके बाद पड़ोसी जिले गुरुग्राम, पलवल और रेवाड़ी का स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है।

इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव विजय वर्धन को इस बाबत पत्र लिखकर चिंता जाहिर की है और इसके साथ ही आवश्यक प्रबंध करने को कहा है। पत्र के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की बढ़ती भीड़ खतरे की घंटी की तरह है। डेल्टा प्लस वैरिएंट को रोकने के लिए भीड़ पर नियंत्रण आवश्यक है। दूसरी ओर से जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वह पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही अपना पक्ष देंगे।

यहां यह भी बता दें कि जिले में पिछले दो सप्ताह से प्रतिदिन कोरोना से पांच से सात नए मामलों की पुष्टि हो रही थी। किसी-किसी दिन तो मात्र तीन ही मामले आए थे। इसके चलते जिलेवासी कोरोना संक्रमण को लेकर बेफ्रिक हो गए और लाकडाउन में पूरी छूट मिलने से बाजार भी पूरी तरह से खुल गए और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ने के साथ ही शारीरिक दूरी भी खत्म हो गई और लोगों के चेहरे से मास्क भी गायब नजर आने लगे हैं। शायद इसी का परिणाम है कि शुक्रवार को एक बार फिर से संक्रमण के मामले बढ़े हुए नजर आए। शुक्रवार को नए मामलों की संख्या बढ़कर 15 दर्ज की गई। साभार-दैनिक जागरण

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