भाजपा नेता अनिल चौहान से रंगदारी की मांग: पुलिस जांच जारी, परिवार ने बढ़ाई सुरक्षा

साहिबाबाद:- करहेड़ा निवासी भाजपा नेता अनिल चौहान से 60 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और परिवार समेत जान से मारने की धमकी का मामला लगातार चर्चा में है। पुलिस अभी तक धमकी देने वालों का सुराग नहीं लगा पाई है, जिससे पीड़ित परिवार भय और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर है।
23 दिसंबर को भेजा गया धमकी भरा पत्र
23 दिसंबर को भाजपा नेता अनिल चौहान को एक मजदूर के माध्यम से पत्र भेजकर 60 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। पत्र में स्पष्ट चेतावनी दी गई थी कि यदि रकम नहीं दी गई, तो उनके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों को जान से मार दिया जाएगा। इस घटना के बाद से ही परिवार में दहशत का माहौल है।
परिवार ने उठाए सुरक्षा कदम
धमकी के बाद अनिल चौहान ने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए घर के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं। उनके बेटे और बेटी ने कॉलेज जाना भी बंद कर दिया है। चौहान ने पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर अपने समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों को भी सक्रिय कर दिया है।
पुलिस की जांच और डीसीपी का बयान
पुलिस ने भाजपा नेता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी है। डीसीपी निमिष पाटील ने कहा, “सीसीटीवी फुटेज से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।” हालांकि, अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है, जिससे परिवार में असुरक्षा की भावना बनी हुई है।
समर्थकों का सहयोग
पुलिस की कार्रवाई से निराश अनिल चौहान ने अपने समर्थकों को सक्रिय कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह खुद और उनके समर्थक परिवार की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार हैं।
रंगदारी की बढ़ती घटनाएं: चिंता का विषय
यह घटना साहिबाबाद क्षेत्र में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। राजनीतिक और सामाजिक हलकों में ऐसी घटनाओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की जा रही है।
पुलिस के लिए चुनौती
इस मामले को सुलझाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। यह घटना न केवल भाजपा नेता की सुरक्षा का सवाल उठाती है, बल्कि आम जनता में भी भय का माहौल पैदा करती है।
अनिल चौहान और उनका परिवार पुलिस और प्रशासन से जल्द से जल्द न्याय की उम्मीद कर रहा है। अब यह देखना होगा कि पुलिस धमकी देने वालों को पकड़कर परिवार को राहत कब तक दिला पाती है।
रंगदारी और धमकी जैसी घटनाएं समाज के लिए गंभीर चुनौती हैं। पुलिस और प्रशासन को इन मामलों में तत्परता दिखाते हुए दोषियों को सख्त सजा देनी चाहिए, ताकि जनता का कानून व्यवस्था पर विश्वास कायम रहे।
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