इस समय मिल्क प्रोडक्शन में यूपी पहले नंबर पर बना हुआ है. वहीं, राजस्थान दूसरे नंबर पर है. हाल ही में दूध को लेकर यूपी की इस कामयाबी के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया है.
नई दिल्ली. दूध उत्पादन में उत्तर प्रदेश लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. इस समय मिल्क प्रोडक्शन में यूपी पहले नंबर पर बना हुआ है. वहीं, राजस्थान दूसरे नंबर पर है. हाल ही में दूध को लेकर यूपी की इस कामयाबी के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया है, जिसमें उन्होंने बताया था कि गोवंश के संरक्षण की नीति इसका एक बड़ा कारण है. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया था कि इस कामयाबी को और बड़ा करने के लिए यूपी सरकार ग्रीन फील्ड डेयरियों की स्थापना करने की तैयारियों में लगी हुई है.
यूपी सरकार ने अपना बजट पेश किया था. इसी बजट के दौरान दूध उत्पादन के मामले में यूपी की इस कामयाबी के बारे में बताया गया था. यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी अपने अभिभाषण में यूपी की इस कामयाबी का जिक्र किया था. वर्ल्ड मिल्क डे के मौके पर इसी संबंध में एक रिपोर्ट पेश की है.
एक साल में बढ़ गया 1.5 हज़ार टन से ज़्यादा दूध
सीएम योगी की मानें तो साल 2017–18 में उत्तर प्रदेश में 29,052 हज़ार टन दूध का उत्पादन हुआ था, जो 2018-19 में बढ़कर 30519 हजार टन हो गया है. इसी के चलते यूपी दूध उत्पादन में लगातार पहले नंबर पर बना हुआ है. जबकि दूध उत्पादन में दूसरे नंबर पर राजस्थान आता है. दूध उत्पादकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और दुधारु पशुओं के रखरखाव के लिए प्रोत्साहित करके दूध उत्पादन को बढ़ाने के मकसद से यूपी सरकार ने गोकुल पुरस्कार और देशी गोवंश की गाय से सर्वाधिक दूध उत्पादक को नंदबाबा पुरस्कार दिए जा रहे हैं. इस नीति ने पशुपालन में एक नई क्रांति ला दी है.
10 ग्रीन फील्ड डेयरी से और बढ़ेगा उत्पादन
यूपी सरकार का दावा है कि राज्य में 10 ग्रीन फील्ड डेयरियों की स्थाप की जा रही है. यह ग्रीन फील्ड डेयरियां कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, बरेली, कन्नौज, गोरखपुर, फिरोजाबाद, अयोध्या और मुरादाबाद में स्थापित की जा रही हैं. इससे दूध क्रांति में एक नया परिवर्तन आएगा. इस योजना को सहयोग देने के लिए झांसी, नोएडा, अलीगढ़ और प्रयागराज की 4 पुरानी डेयरियों के उच्चीकरण का कार्य भी कराया जा रहा है.
वहीं यूपी सरकार द्वारा गोवंश संरक्षण केंद्र एवं गोवंश वन्य बिहार का निर्माण किया जाए जा रहा है, इनमें से 118 केंद्र का निर्माण कार्य पूरा भी हो चुका है. मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत 66 हजार से अधिक गोवंश, इच्छुक पशु पालकों की सुपुर्दगी में दिए गए हैं. यही नहीं, अब तक पांच हजार से अधिक आश्रय स्थलों में 5.31 लाख गो-वंशीय पशु संरक्षित किए गए हैं.
दुग्ध किसानों को दिए जा रहे हैं क्रेडिट कार्ड
योगी सरकार यूपी में पंजीकृत 12 लाख से अधिक दूध किसानों का क्रेडिट कार्ड दे रही है. यूपी के 75 जिलों में करीब 21,537 दूध समितियां हैं, इसमे लगभग 1279,560 पंजीकृत दूध उत्पादक जुड़े हुए हैं. आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इन्हीं दुग्ध उत्पादकों को लक्ष्य करके किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने पर जोर दिया जा रहा है. जिला और ब्लॉक स्तरीय बैंक समितियां व बैंक मित्र दूध संघ के तहत पंजीकृत दुग्ध किसानों को लक्ष्य कर रही हैं, जिनके पास किसान क्रेडिट कार्ड नहीं है.
445.07 लाख पशुओं का टीकाकरण: प्रदेश में पशुओं की नस्ल सुधार हेतु पशु प्रजनन नीति 2018 क्रियान्वित की जा रही है। यही नहीं प्रदेश में खुरपका-मुंहपका रोग के नियंत्रण हेतु इस वित्तीय वर्ष में 520.36 लाख का लक्ष्य के सापेक्ष 445.07 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है. साभार- न्यूज़18
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