गाजियाबाद : हरनंदी मोक्ष स्थल पर अंतिम संस्कार के लिए 15 प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। पुराने प्लेटफार्म जर्जर होने की वजह से ये प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक शव के अंतिम संस्कार के बाद प्लेटफार्म व उसके आस-पास के हिस्से को सैनिटाइज कराने में समय लग रहा है। यही वजह है मोक्ष स्थल पर वेटिग चल रही है।
हरनंदी मोक्ष स्थल पर 53 प्लेटफार्म हैं। प्लेटफार्म पर अंतिम संस्कार के बाद तीसरे दिन स्वजन अस्थियां लेकर विसर्जन करने जाते हैं। लिहाजा अस्थियां उठने के बाद ही दूसरे शव का उस प्लेटफार्म पर अंतिम संस्कार किया जाता है। हरनंदी पर बने कुछ प्लेटफार्म जर्जर हो चुके हैं। निगम नए और पुराने कुल 15 प्लेटफार्म बनवा रहा है। शवों के साथ आने वाले लोगों में सामाजिक दूरी का पालन कराया जा रहा है।
अंतिम संस्कार करने वाले कर्मचारियों को पीपीई किट की व्यवस्था की गई है। शव के साथ आने वाले स्वजन यदि पीपीई किट की मांग करते हैं, तो उन्हें भी किट उपलब्ध कराई जा रही है। बिना मास्क के मोक्ष स्थल पर आने वाले लोगों पर पाबंदी है। मोक्ष स्थल पर लोगों के लिए हैंड सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था कराई गई है। इस्तेमाल के बाद पीपीई किट को निर्धारित स्थान पर रखे पीले रंग के कोविड डेडिकेटड डिस्पोजल बोक्स में डाल दिया जाता है।
हर बार अंतिम संस्कार के बाद चिता के आस-पास और पीपीई किट वाले स्थान को सैनिटाइज कराया जा रहा है। जिस वजह से दूसरा शव जलाने में देरी हो जाती है और शवों की लाइन लग जाती है। विद्युत शव गृह ठीक कराया जा चुका है। इसमें विद्युत विभाग के कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
मोक्ष स्थल पर 15 प्लेटफार्म बनवाए जा रहे हैं। इनमें कुछ जर्जर हो चुके पुराने प्लेटफार्म की मरम्मत भी कराई जा रही है।
मोईनुद्दीन, मुख्य अभियंता, नगर निगम
साभार-दैनिक जागरण
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad