एक्ट्रेस पायल घोष ने हाल ही में ‘लव जिहाद’ टाइटल पर बेस्ड अपना एक म्यूजिक एल्बम लॉन्च किया है। जिसके बाद से ही उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पायल की माने तो इस गाने के माध्यम से वे लड़कियों को गलत रिश्ते में फंसने से आगाह कर रही हैं, ना की किसी धर्म पर टिप्पणी। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान पायल ने अपने इस म्यूजिक एल्बम के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही फिल्ममेकर अनुराग कश्यप पर उनके लगाए यौन शोषण के आरोप का जिक्र भी किया।
एल्बम के जरिए लड़कियों को आगाह करना चाहती हूं
पायल घोष ने कहा, “मैंने ऐसे कई केस देखे हैं, जहां एक मुस्लिम लड़का हिंदू बनकर लड़की के साथ अफेयर करता है और पता चलने के बाद वे लड़की को टॉर्चर करता है। ‘लव जिहाद’ के बारे में मैंने काफी रिसर्च किया और तब मुझे एहसास हुआ कि ये इंटरकास्ट शादी या अफेयर के बारे में नहीं है। बल्कि जो फ्रॉड हो रहे हैं ये एक्ट उसके बारे में है। लड़कियों को फंसाकर जो शादी करते हैं और उन्हें टॉर्चर करते हैं। हम अपने एल्बम के जरिए लोगों को यही दिखाना चाहते हैं और उन्हें आगाह करना चाहते हैं।”
भविष्य में अनाथ आश्रम और गरीब बच्चों के लिए स्कूल खोलना चाहती हूं
पायल घोष ने आगे कहा, “आप जब सही कर रहे हो फिर भी लोग आपको गलत बोलेंगे, तो मैं क्या कर सकती हूं। मैं ये साफ कर देना चाहती हूं कि मैं मुस्लिम कम्युनिटी के खिलाफ नहीं हूं। मेरे कई दोस्त मुस्लिम हैं। यहां मैं किसी धर्म के बारे में बात नहीं कर रही हूं। लव जिहाद के केस बढ़ रहे हैं और मैं लड़कियों को बस आगाह करना चाहती हूं। मैंने हाल ही में पॉलिटिक्स चुना है, हालांकि मैं बचपन से ही सोशल सर्विस करना चाहती थी। मैं समाज में जागरूकता लाना चाहती हूं, फिर चाहे अपने प्रोफेशन के जरिए ही क्यों ना हो। भविष्य में एक अनाथ आश्रम और साथ ही गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल खोलने का सपना है। यदि बच्चे पढ़ेंगे नहीं, आगे नहीं बढ़ेंगे तो हिन्दुस्तान कैसे बढ़ेगा?
चाहती हूं अनुराग कश्यप को सजा मिले
एक्ट्रेस ने कहा, “अनुराग कश्यप के मामले में अभी भी मुंबई पुलिस जांच-पड़ताल के लिए थोड़ा वक्त मांग रही है। मैं मुंबई पुलिस के खिलाफ नहीं जाना चाहती और इसलिए हम उन्हें वक्त दे रहे हैं। यदि आगे चलकर लगा कि मामला आगे नहीं बढ़ रहा है, तो कोर्ट का दरवाजा जरूर खटखटाएंगे। मैंने निडर होकर अपनी बात सबके सामने रखी थी, मैं चाहती हूं कि इससे दूसरी लड़कियों को भी हिम्मत मिले। यदि उनके साथ भी गलत हुआ है, तो उन्हें आवाज उठाना ही होगा। मैं चाहती हूं कि अनुराग को इसकी सजा मिले, ताकि इंडस्ट्री या कहीं भी लड़कियों के साथ गलत व्यवहार ना हो।”
अभी भी हमारी सोसाइटी ‘मेल-डोमिनेटेड’ है
पायल घोष ने आगे कहा, “कहते हैं कि कानून औरतों के साथ है, हालांकि मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ है। अभी भी हमारी सोसाइटी ‘मेल-डोमिनेटेड’ है। यदि लड़की सामने आकर सच्चाई बताती है, तो उसी पर डिफेमेशन केस लगा दिया जाता है। जरूरी नहीं कि हर सिचुएशन में लड़की कैमरा लेकर जाए, ताकि उसके पास घटना का सबूत हो। कोई स्टिंग ऑपरेशन करने नहीं जाता है। आपको लड़की पर भी भरोसा करना चाहिए।
किसान को आंदोलन करने की जरूरत नहीं
पायल घोष ने आगे कहा, “किसान आंदोलन में कई बुजुर्ग किसान को शामिल होता देख, अच्छा नहीं लग रहा है। मेरे हिसाब से इस आंदोलन की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि ऐसा नहीं है कि सरकार उनकी बातें नहीं सुन रही है। इसका हल जरूर निकलेगा, लेकिन इस तरह का आंदोलन करना बिल्कुल गलत है।साभार-दैनिक भास्कर
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