Photo Viral: यूपी के नवविवाहित जोड़े ने पेश की मिसाल, शादी के दिन रक्तदान कर बचाई मासूम की जान

ऐसे तो बहुत से लोग रक्तदान करते हैं और लोगों की जान भी बचाते हैं, लेकिन अपने किसी विशेष दिन से समय निकालकर किसी की जान बचाने के लिए रक्तदान करना एक बड़ी बात होती है. ऐसा ही हुआ है उत्तर प्रदेश में, जहां एक नवविवाहित जोड़े ने शादी के दिन रक्तदान किया और बच्ची की जान बचाई.

उत्तर प्रदेश में एक दंपति ने अपनी शादी के दिन प्रशंसा योग्य कार्य के लिए समय निकाला. उन्होंने एक बच्ची के जीवन को बचाने के लिए रक्तदान किया. घटना का विवरण ट्विटर पर उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही आशीष मिश्रा द्वारा साझा किया गया, जिनकी ‘पुलिस मित्र’ ने रक्त दाताओं को लोगों के साथ जोड़ने की पहल को संभव बनाया है.

मिश्रा ने ट्विटर पर साझा की गई एक पोस्ट में इस जोड़े की सराहना की. उन्होंने रक्तदान करते हुए अपनी शादी की पोशाक में सजे नव विवाहित जोङे की तस्वीर साझा की. तस्वीर में दुल्हे को रक्तदान करते हुए दिखाया गया है, जबकि उसकी पत्नी उसके बगल में खड़ी है, जो शादी की पोशाक में है.

पुलिस कर्मी आशिष मिश्रा ने ट्वीटर पर फोटो साझा करते हुए लिखा –

मेरा भारत महान 

एक बच्ची को ब्लड की ज़रूरत थी, कोई भी रक्तदान करने को सामने नहीं आ रहा था, क्योंकि वो किसी दूसरे की बच्ची थी, अपनी होती तो शायद कर भी देते.

खैर, शादी के दिन ही इस जोड़े ने रक्तदान कर बच्ची की जान बचाई.

बतादें कि आशीष मिश्रा की पहल ‘पुलिस मित्र’ के जरिए ब्लड डोनर को जरूरतमंदों के संपर्क में लाया जाता है, ताकि किसी की जान बचाई जा सके. नव विवाहित जोङे के इस कारनामे को सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है. लोग न सिर्फ तारीफ कर रहे हैं, बल्कि उनके जज्बे को भी सलाम कर रहे हैं. एक ट्विटर यूजर ने सलाम कर उनके लिए दुआ मांगी तो एक ने लिखा ग्रेट वर्क. बता दें कि आशीष मिश्रा द्वारा 2017 में रक्त दाताओं से जुड़कर मरीजों की जान बचाने के लिए पुलिस मित्र पहल शुरू की गई थी.साभार-एबीपी न्यूज़

आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें।हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziaba

Exit mobile version