यूपी गेट पर एक हफ्ते में पहुंचे 31 हजार किसान

यूपी गेट पर एक हफ्ते में पहुंचे 31 हजार किसान

गाजियाबाद  कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर गारंटी की मांग को लेकर एकजुट किसानों को शासन-प्रशासन की तमाम बंदिशें भी रोक नहीं पा रही हैं। यूपी गेट पर पिछले 37 दिनों से चल रहे आंदोलन में किसानों की संख्या आठ दिनों में 31 हजार पहुंच गई। इसका खुलासा यूपी गेट पर पंजीकरण रजिस्टर से हुआ है। किसान यूनियन के पदाधिकारियों को उम्मीद है कि सरकार की देरी के कारण आने वाले दिनों में यह संख्या 50 हजार के आंकड़े को छू लेगी। वहीं, खुफिया विभाग भी अलर्ट हो गया है।

यूपी गेट पर पिछली 25 दिसंबर से आंदोलन में आने वाले किसानों के नाम, पते, मोबाइल नंबर के साथ आधार कार्ड नंबर या फिर अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज के नंबर नोट कराकर उनकी उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है। यदि कोई किसान गाड़ी या ट्रैक्टर से आंदोलन में पहुंचा है तो उसका भी नंबर रजिस्टर में लिखवाया जा रहा है। पंजीकरण अभियान चलाने वाले हेड तरणजीत सिंह ने बताया कि 25 दिसंबर से उनका अभियान रोजाना सुबह आठ से शाम छह बजे तक चलता है। इस दौरान किसानों के नाम व पते दर्ज कराए जा रहे हैं।

27 दिसंबर तक रजिस्टर में 10 हजार किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी, लेकिन एक जनवरी तक किसानों की संख्या 10 हजार से बढ़कर 31 हजार पहुंच गई है। जो लगातार बढ़ रही है। तरणजीत के मुताबिक, इस पंजीकरण के आधार पर आंदोलन खत्म होने के बाद किसानों की समस्या को सुलझाने के लिए जिले स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएंगे। जब कि राज्य स्तर पर किसान यूनियन के बड़े पदाधिकारियों को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाएगा। यदि किसानों को दोबारा किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो फिर इप ग्रुपों में मेसेज कर सभी को एकजुट किया जाएगा।

32 साल बाद इतनी तादाद में जुटे किसान
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि 1988 में वोट क्लब के आंदोलन में बड़ी संख्या में किसान जुटे थे। इसके बाद भी हुए आंदोलनों में किसानों की खासी संख्या जुटती रही, लेकिन इस बार जितनी तादाद में किसान यहां जुटे हैं, उससे वोट क्लब की याद ताजा हो गई। उन्होंने कहा कि यह किसानों के लिए खास मौका है, जब अलग-अलग क्षेत्र के किसान एक-दूसरे से यहां मिल पा रहे हैं। यह आंदोलन नहीं होता तो फिर इस तरह से किसानों के आपस में मिलने का मौका नहीं मिल पाता।

50 हजार के पार पहुंचेगी संख्या
तरणजीत सिंह की मानें तो सरकार यदि किसानों की मांगें मानने में देर करती है तो फिर आगामी दिनों में किसानों की संख्या 50 हजार के पार पहुंच जाएगी। रोजाना किसानों का आना जारी है। पहले ज्यादा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान ज्यादा आते थे, अब तो दूरदराज के राज्यों से भी किसान आ रहे हैं। शुक्रवार को यूपी गेट पर एक हजार से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया। शाम छह बजे तक यह प्रक्रिया बंद हो गई।

खुफिया विभाग भी हुआ सक्रिय
किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने खुफिया विभाग को अलर्ट पर रखा है। खुफिया विभाग के कर्मी शिफ्ट के आधार पर आंदोलन स्थल पर ड्यूटी दे रहे हैं। इसके साथ मिलने वाले इनपुट पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गंभीरता से काम कर रहे हैं। साभार-अमर उजाला

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