अप्रैल में रखी जाएगी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नींव, प्रधानमंत्री करेंगे शिलान्यास 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नींव इस वर्ष अप्रैल में रखी जाएगी। 2024 के शुरुआत में एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होगी। ज्यूरिख कंपनी के साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) भी तैयारी में जुटा है। इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री के हाथों होगा।

जेवर के पास नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की कागजी पहल दो साल पहले हुई थी, लेकिन 2020 में धरातल पर उतरा। ज्यूरिख कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का जिम्मा लिया। 29,500 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की नींव जल्द पड़ने वाली है। कंपनी ने मास्टर प्लान सबमिट कर दिया गया है। अब केंद्र सरकार से मंजूरी का इंतजार है। उसके बाद नींव रखने की तिथि तय होगी।

नियाल के मुताबिक, अगले तीन माह में सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। ज्यूरिख कंपनी ने निर्माण शुरू करानेे के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम से स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी पहले ही बना दी है। अधिकारी भी तैनात कर दिए हैं। कंपनी ने 2023 के अंत में या फिर 2024 के शुरुआत में इस एयरपोर्ट से उड़ान शुरू करने का दावा किया है।

सस्ता होगा नोएडा एयरपोर्ट से सफर
नियाल के मुताबिक, 2024 में उड़ान शुरू होने पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रति यात्री 400 रुपये के आसपास उपभोक्ता विकास शुल्क रखने का योजना है, जबकि अन्य एयरपोर्ट पर यह शुल्क काफी अधिक है। घरेलू उड़ानों पर यह शुल्क और भी कम होगी। मुंबई हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर यह शुल्क 548 रुपये प्रति यात्री अंतरराष्ट्रीय और घरेलू पर 274 रुपये है।

हैदराबाद एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर उपभोक्ता विकास शुल्क (यूजर डेवलपमेंट फी) 1700 रुपये और घरेलू पर 430 रुपये है। इसी तरह बंगलूरू में यह शुल्क अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 1226 रुपये घरेलू उड़ानों पर 306 रुपये है। इसी तरह कोलकाता में यह शुल्क 1124 रुपये और 449 रुपये है। लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर उपभोक्ता विकास शुल्क 1124 रुपये और घरेलू पर 392 रुपये है। चेन्नई में यह शुल्क 667 और 166 है।

ग्रीन बिल्डिंग होगा नोएडा एयरपोर्ट का यात्री टर्मिनल
नोएडा एयरपोर्ट का यात्री टर्मिनल में हरित क्षेत्र अधिक होगा। इमारत ऐसी बनाई जाएगी, जिससे ज्यादातर जगहों पर सूर्य की रोशनी पहुंचे और अतिरिक्त रोशनी की जरूरत न पड़े। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। यह बिल्डिंग सालाना 3 करोड़ यात्रियों की जरूरत पूरी कर सकेगी। भारतीय यात्रियों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए इसे तैयार किया जाएगा।

इसी समूह ने हैदराबाद, ओस्लो, इस्तांबुल और ज्यूरिख एयरपोर्ट की डिजाइन तैयार की है। ज्यूरिख कंपनी ने दावा किया है कि नोएडा एयरपोर्ट के टर्मिनल में इन चारों टर्मिनल की छाप दिखेगी। इसमें मुसाफिरों की जरूरत के सामान के लिए व्यावसायिक एरिया भी होगा। टर्मिनल के किसी भी क्षेत्र में यात्रियों की भीड़ नहीं दिखेगी। यह पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम पर निर्भर होगी। इसमें भारतीय संस्कृति की विरासत और एतिहासिक धरोहरों की झलक भी दिखेगी। साभार-अमर उजाला

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