एक जनवरी को किसान ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली बॉर्डर पर करेंगे परेड : राकेश टिकैत

एक जनवरी को किसान ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली बॉर्डर पर करेेंगे परेड

गाजियाबाद।  भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को यूपी गेट पर आंदोलन में एलान किया कि सरकार अगर मांगे नहीं मानती है तो किसान कृषि हड़ताल भी कर सकते हैं। सरकार देर कर रही है लेकिन किसान पीछे हटने वाले नहीं है। सभी किसान नए साल के पहले दिन ट्रैक्टर-ट्रॉली पर तिरंगे लगाकर परेड में जाने की तैयारी करेंगे।

राकेश टिकैत ने कहा कि एक जनवरी से सभी किसान 26 जनवरी को होने वाली परेड में शामिल होने की तैयार शुरू कर देंगे। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को तिरंगे से सजाना शुरू कर दिया जाएगा। अबकी बार किसान 26 जनवरी की परेड देखकर ही लौटेगा। उन्होंने कहा कि अभी आंदोलन को सिर्फ 32 दिन हुए हैं। मांगे न मानने पर आंदोलन को 32+32 या फिर गुना के फार्मुला पर बढ़ाया जाएगा। किसान के पास अब जमा और गुना का फार्मुला है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगें बिल्कुल साफ हैं। जिसमें कृषि कानूनों को वापस लिया जाए, एमएसपी पर लिखित गारंटी देकर कानून बने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि पिछले 21 दिनों से सरकार से बातचीत नहीं हो रही है। जैसे-जैसे दिन बढ़ रहे हैं यह आंदोलन अब पंजाब और दिल्ली व यूपी से बढ़कर पूरे देश का हो गया है। यूपी गेट और अन्य बॉर्डर पर देशभर का किसान बैठा है। जब तक सरकार मांगे नहीं मानती, वह सभी घर जाने वाले नहीं हैं। कृषि कानून के समर्थन करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो लोग इस कानून का समर्थन कर रहे हैं वह किसान नहीं हो सकत। सरकार जो बात मंचों पर कहती है वह कभी पूरी नहीं होती। जबकि सरकार के मंत्री सिर्फ नौकरी कर रहे हैं उन्हें सैलरी भी समय पर मिल रही है तो वह किसानों का दर्द नहीं समझ सकते।

मोबाइल चार्जिंग के लिए दीं 100 सोलर प्लेट
राकेश टिकैत को गंगानगर निवासी कृष्ण भानू ने किसानों को मोबाइल चार्ज करने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए 100 सोलर प्लेट दीं। मंच पर राकेश टिकैत ने उनका आभार जताया। बताया कि कृष्ण भानू ने करीब 400 सोलर प्लेट राजस्थान बॉर्डर पर भी किसानों को दी हैं।

किसानों की भूख हड़ताल के एक सप्ताह पूरे
किसान यूनियन के पदाधिकारी शमशेर राणा ने बताया कि संघर्ष समिति के एलान के बाद सोमवार को किसानों द्वारा भूख हड़ताल रखने के एक हफ्ते सोमवार को पूरे हो गए लेकिन मांगे पूरी न होने तक किसान अलग-अलग क्षेत्रों से मंच पर बैठकर भूख हड़ताल में शामिल होंगे। सोमवार को जगदीश प्रधान बुलंदशहर, रामदास पहलवान बुलंदशहर, सुखविंदर सिंह बरेली, महेंद्र सिंह रंधावा मुरादाबाद, ज्ञान सिंह अफजलगढ़, दर्शन सिंह गाजियाबाद, सुरेंद्र सिंह बाजपुर, रामदास सिंह बुलंदशहर, यशवंत सिंह उत्तराखंड, सुखविंदर सिंह उत्तराखंड और करनैल सिंह उत्तराखंड भूख हड़ताल पर बैठे। इनका अनशन मंगलवार सुबह आठ बजे खत्म होगा।

किसानों को वार्ता के लिए बुलाया
भारत सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल की ओर से संघर्ष समिति को 30 दिसंबर को वार्ता के लिए बुलाया है। सचिव ने समिति के सभी पदाधिकारियों को पत्र लिखा है, जिसमें दोपहर दो बजे का समय दिया है। पत्र में कहा है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों एवं एमएसपी की खरीद व्यवस्था के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए आयोग अध्यादेश, 2020 एवं विद्युत संशोधन विधेयक, 2020 में किसानों से संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। साभार-अमर उजाला

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