गाजियाबादः जातीय उत्पीड़न और हाथरस कांड से नाराज वाल्मीकि समाज के 236 लोगों ने अपनाया बौद्ध धर्म

गाजियाबाद के करेड़ा गांव में 236 बाल्मीकि समाज के लोगों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया है। इस घटना के बाद शुरुआत में तो पुलिस प्रशासन इससे इनकार कर रहा था, लेकिन अब आला अधिकारी मौके पर पहुंंचकर लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

बाल्मिकि समाज के लोगों का आरोप है कि गांव में रहने वाले कुछ लोग उनके साथ जातीय उत्पीड़न करते हैं, इसके चलते उन लोगों ने 14 अक्तूबर को बौद्ध धर्म अपना लिया। इसके साथ ही बौद्ध धर्म अपनाने वाले लोगों में हाथरस में हुई दुष्कर्म की घटना को लेकर भी नाराजगी है।

यही नहीं उन्होंने बेरोजगारी और आर्थिक तंगी को भी अपने धर्म परिवर्तन का कारण बताया है। शुरुआत में पुलिस का कहना था कि, मामला संज्ञान में आया है, मामले की जांच की जा रही है अब तक मामले की पुष्टि नहीं हुई है।

डीएम और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे बस्ती-
करहेड़ा स्थित बाल्मीकि बस्ती में करीब 50 परिवार के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाया जिसकी सूचना मिलने के बाद डीएम अजय शंकर पांडेय और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। परिवार के लोगों से बातचीत के बाद समाधान का आश्वासन दिया है। अभी मौके पर एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह और पुलिस के अन्य अधिकारी मौजूद हैं। धर्म परिवर्तन करने के पीछे लोगों ने हाथरस कांड में दलित परिवार पर उत्पीड़न और अत्याचार का आरोप भी लगाया है।साभार-अमर उजाला

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