हमारा गाजियाबाद ब्यूरो।कोरोना की जांच के लिए नमूनों को अब नोएडा या मेरठ भेजने की जरुरत नहीं पड़ेगी। जिले में ही कोरोना की सबसे सटीक जांच (आरटीपीसीआर) लैब का शनिवार को स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने जिला अस्पताल परिसर में उदघाटन किया। इस लैब के बनने से सिर्फ आठ घंटे में 100 फीसदी सटीक रिजल्ट मिलेगा। ।
शनिवार को राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने रियल टाइम पॉलिमर्स चेन रिएक्शन(आरटी-पीसीआर) लैब का विधिवत शुभारम्भ किया। यह इस तरह की जिले में पहली लैब है। जिले में अभी तक आरटी-पीसीआर जांच की सुविधा नही थी जिस के कारण कोविड जांच के लिए सैम्पल नोएडा या मेरठ भेजे जा रहे थे जिसकी रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लग जाया करता था। आरटीपीसीआर को दुनिया में मौजूदा समय में सबसे सटीक कोरोना जांच प्रणाली माना जाता है जबकि रैपिड एंटीजन किट से आने वाले नमूनों की जांच रिपोर्ट को 100 फीसदी सही नहीं माना जाता है।
रोजाना होंगी 600 नमूनों की जांच
इस लैब में रोजाना 600 नमूनों की जांच की जा सकती है लेकिन अभी 200 मरीजो की प्रत्येक दिन जांच की जाएंगी जिस को आगे चलकर बढ़ाया जायेगा। अतुल गर्ग ने लैब के उद्धाटन के अवसर पर सर्वप्रथम स्वम की जांच कराई। इस अवसर पर मंत्री प्रतिनिधि राजेन्द्र मित्तल मेंदीवाले, अजय राजपूत, सीएमओ डॉ0नरेंद्र कुमार गुप्ता, सीएमएस डॉ0 सुनील कात्यान, नगर स्वस्थ अधिकारी डॉ0 मिथलेश कुमार, डॉ0 प्रज्ञा प्रसाद, डॉ0 सुरभी, विपुल अग्रवाल व मीडिया प्रभारी नीरज गोयल उपस्थित रहे