हमारा गाजियाबाद ब्यूरो। सूटकेस में 27 जुलाई को जीटी रोड पर हज हाउस के पास मिले शव की शिनाख्त और हत्या की जांच करने में पुलिस के दस दरोगा लगाए गए हैं। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती पहले महिला की शिनाख्त करना है। शिनाख्त के बाद हत्यारों तक पहुंचना है।
एसपी सिटी मनीष मिश्रा के मुताबिक सूटकेस में मिली महिला की शिनाख्त अलीगढ़ की वारीशा के रुपये में उसके भाई और मां ने की थी। महिला की गुमशुदगी बुलंदशहर में दर्ज थी इसलिए पुलिस ने महिला के शव की शिनाख्त होने के बाद बुलंदशहर पुलिस को पूरी जानकारी मुहैया कराने के साथ ही पोस्टमार्टम के बाद शव महिला के परिजनों को सौंप दिया था, लेकिन महिला की गलत शिनाख्त होने की वजह से अब यह नहीं पता कि सूटकेस में किस महिला की लाश थी। उसकी शिनाख्त के लिए दस दरोगा जांच में लगाए गए हैं। सोशल मीडिया के साथ ही पुलिस समाचार पत्रों की मदद भी लेगी और सड़कों पर पोस्टर भी चस्पा करेगी। जिससे महिला के परिजनों का पता चल सके। बीते कुछ दिनों में दिल्ली समेत आसपास के जनपदों में दर्ज हुई गुमशुदगी के मामलों को भी खंगाला जा रहा है।
दूसरी ओर, आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले बुलंदशहर और गाजियाबाद के पुलिस अधिकारियों पर भी जांच कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखकर शव की गलत शिनाख्त करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।