हमारा गाजियाबाद ब्यूरो।वैशाली सेक्टर-3 में शुक्रवार देर रात सीसीटीवी में कैद हुए तेंदुए की तलाश में वन विभाग की टीम जुटी हुई है। वन विभाग की तीन टीमों ने रविवार को वैशाली, इंदिरापुरम और वसुंधरा में तेंदुए की तलाश की। वन विभाग ने वैशाली के लोगों को सलाह दी है कि अंधेरे में वैशाली के लोग अगले कुछ निकलने से परहेज करें। वन विभाग का कहना है कि तेंदुआ सामान्य चाल से 24 घंटे में करीब 55 किलोमीटर चलता है। वैशाली में उसकी कोई गतिविधि सीसीटीवी के अलावा नहीं मिली है।
शनिवार रात देर रात वन विभाग के निरीक्षक संजय कुमार, रेंजर अशोक कुमार व अन्य रेंजर्स ने बिल्डिंगों की छत पर चढ़कर दो राउंड हवाई फायरिंग की। जिससे कि तेंदुआ अगर कहीं छुपा होगा तो वह गोली की आवाज सुनकर बाहर आ जाए। इससे पहले टीम ने कालोनी में जाल बिछा लिया था। जिससे बचकर निकलना तेंदुए जैसे जानवर के लिए काफी मुश्किल है।
प्रभागीय निदेशक वन विभाग दीक्षा भंडारी का कहना है कि वन विभाग की तीन टीमें तेंदुए की तलाश में जुटी हुई हैं। तेंदुआ 24 घंटे में करीब 55 किलोमीटर की दूरी सामान्य चाल से तय करता है। जिस जगह तेंदुए जैसा जानवर सीसीटीवी में कैद हुए वहाँ आसपास के इलाके को देखा गया है। लेकिन कोई भी ऐसा चिन्ह नहीं मिला है जिससे पता लगे कि तेंदुआ इस इलाके में मौजूद है। दूसरा, अभी तक इस इलाके में किसी जानवर के मारे जाने की जानकारी भी नहीं मिली है। यदि तेंदुआ इस इलाके में है तो वह पेट भरने के लिए शिकार जरूर करेगा। लेकिन एहतियातन वैशाली के लोगों को रात में अंधेरे में निकलने से परहेज करना चाहिए। वन अधिकारी संजय कुमार के मुताबिक टीम ने इलाके में कॉम्बिंग के दौरान सेक्टर -3 के बाहर सेक्टर -1 का नाला, ग्रीन बेल्ट और सेक्टर-5 वैशाली-हिंडन नहर किनारे ग्रीन बेल्ट व सीआईएसएफ रोड के अलावा साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 में भी गश्त कर तेंदुए जैसे जानवर की तलाश की। लेकिन तेंदुआ मिला नहीं है।
वैशाली सेक्टर-3एफ के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष धीरेंद्र भदौरिया ने बताया कि शनिवार तड़के करीब साढ़े तीन से पौने चार बजे के बीच एक तेंदुआ मकान संख्या-655 पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। जो गली में घूमते-घूमते बाइक के पीछे से होकर आगे बढ़ गया। इसके बाद वन विभाग को मामले की सूचना दी गई। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने इलाके में जांच पड़ताल की। इलाके के धर्मेंद्र ठाकुर का कहना है कि लोगों ने मिल बांटकर 4-5 ग्रुप में एक साथ वन विभाग के अधिकारियों व रेंजर के साथ तेंदुए की तलाश में अभियान चलाया। इस दौरान अधिकारियों ने इलाके के खाली पड़े मकान, प्लाट और ग्रीन बेल्ट में उसकी तलाश की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी है।