सांसद जयप्रकाश ने मुख्य सचिव से की कौशाम्बी के अवैध कूड़ाघर की शिकायत

कौशांबी स्थित सुपरटेक रामेश्वर आर्किड सोसायटी के पास नगर निगम के कर्मचारियों ने ग्रीन बेल्ट की जमीन को अवैध कूड़ाघर बना दिया। इस संबंध में हरदोई के सांसद ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी, जिसकी भनक लगते ही नगर निगम के अधिकारियों ने तुरंत ही वहां पर साफ-सफाई करवाई। मामले में कौशांबी अपार्टमेंट्स एंड रेजीडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा जल्द ही एनजीटी में भी शिकायत की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, हरदोई से लोकसभा सांसद जयप्रकाश कुछ दिन पहले कौशांबी में अपने रिश्तेदार से मिलने के लिए आए थे। इस दौरान ही उनको सुपरटेक रामेश्वर ऑर्किड सोसायटी के पास ग्रीन बेल्ट में अवैध कूड़ाघर बना दिखा, जहां गंदगी होने के कारण बदबू हो रही थी। सांसद ने इस संबंध में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर ग्रीन बेल्ट में साफ सफाई करवाने के साथ ही अवैध कूड़ाघर को वहां से हटवाने के लिए कहा। वहीं, कारवा अध्यक्ष वीके मित्तल ने बताया कि मामले की जानकारी होते ही नगर निगम वसुंधरा जोन के अधिकारियों ने शनिवार दोपहर को नगर निगम के कर्मचारियों को जेसीबी और कूड़े की गाड़ी के साथ मौके पर भेजा और सफाई करवा दी। कारवा अध्यक्ष ने बताया कि वह मामले की शिकायत एनजीटी में भी करेंगे, नगर निगम के कर्मचारियों ने ही यहां पर कूड़ा फेंकना शुरू किया और ग्रीन बेल्ट में अवैध कूड़ाघर बना दिया है। सांसद के पत्र ने खोली नगर निगम की पोल: सांसद ने मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में लिखा है कि गाजियाबाद म्यूनिसिपल कार्पोरेशन द्वारा कूड़ाघर का निर्माण किया गया है। ये कूड़ाघर पूरी तरह से असंवैधानिक है, क्योंकि इलाके की ग्रीन बेल्ट को काटकर बनाया गया है। पूरे कौशांबी का कूड़ा यहां फेंका जाता है। इस कूड़ाघर के कारण आसपास के जानवर, ज्यादातर गाय, सड़ा हुआ कूड़ा खाकर बगल के पार्क में मृत पाई गई हैं। कूड़ाघर पूर्णतया अनियंत्रित है। घरेलू एवं उद्योग इकाइयों के कूड़े से वातावरण प्रदूषित हो गया है। इस कूड़ाघर के ठीक सामने 157 मकानों की सोसायटी को अनदेखा करते हुए सुपरटेक आरडब्ल्यूए को बिना जानकारी दिए गाजियाबाद म्यूनिसिपल कार्पोरेशन ने इस कूड़ाघर का निर्माण किया है। सोसायटी की सर्विस लेन में सोसायटी के पार्क को काटकर गाजियाबाद म्यूनिसिपल कार्पोरेशन द्वारा सोसायटी के लोगों पर दोहरी मार की गई है।

साभार : दैनिक जागरण।

Exit mobile version