देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा गाजियाबाद, एक्यूआई भी 446 के पार पहुंचा

गाज़ियाबाद। मंगलवार को सबसे अधिक 446 एक्यूआई के साथ गाजियाबाद देश में पहले स्थान पर रहा। प्रदूषण बोर्ड ने अगले तीन दिन ऐसे ही हालात रहने की बात कही है। हवा की गति थमने और पटाखा, वाहन, पराली के धुएं ने वायु प्रदूषण के स्तर को एक बार फिर बेहद खतरनाक जोन में पहुंचा दिया है। वहीं, नोएडा का एक्यूआई 439 के साथ दूसरे स्थान पर दर्ज किया गया।

दो दिन पहले दिवाली पर कम पटाखे फूटने पर लोग प्रदूषण कम रहने की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन अचानक से हवा की गति थमने से मंगलवार को दिन भर आसमान में स्मॉग छाया रहा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी की मानें तो पटाखे के धुएं के अलावा पंजाब और हरियाणा में लगातार पराली जलाने के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल वहां पर सबसे ज्यादा पराली जलाई जा रही है। जिसका धुआं दिल्ली-एनसीआर के आसमान में स्मॉग के रूप में छा गया है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों को देखे तो मंगलवार को गाजियाबाद में एक्यूआई 446 दर्ज किया गया। जो सामान्य स्तर से चार गुना ज्यादा है। इसी वजह से सुबह से ही आसमान में भारी धुंध छाई रही। जिसकी वजह से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ हुई। वहीं, नोएडा का एक्यूआई 439 के साथ दूसरे स्थान पर रहा। ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 428 दर्ज किया गया जो तीसरे स्थान पर रहा। चौथे स्थान पर मुरादाबाद का एक्यूआई 424 और पांचवें नंबर पर पानीपत में 415 एक्यूआई दर्ज किया। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली 400 एक्यूआई के साथ छठे नंबर पर रही।

टीएचए में वसुंधरा सबसे प्रदूषित : वसुंधरा में एक्यूआई 444 के साथ पहले स्थान पर रहा। जबकि पीएम 10 मानक से चार गुना अधिक 411 पर दर्ज किया गया। संजय नगर में 442 एक्यूआई के साथ दूसरे स्थान पर जबकि लोनी 439 के साथ तीसरे और इंदिरापुरम 433 एक्यूआई के साथ रेड जोन में दर्ज किया गया। प्रदूषण स्तर लगातार रेड जोन में बने रहने से अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद घातक हो सकता है। जबकि गर्भवती महिलाओं को डॉक्टरों ने घर में एयर प्यूरिफायर लगवाकर बाहर ना निकलने की सलाह दी है।

सुबह में 500 के पार पहुंचा गाजियाबाद का एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े के अनुसार मंगलवार को गाजियाबाद का पीएम-2.5 सुबह पांच बजे 500 से अधिक दर्ज किया गया। दिनभर का औसत पीएम-2.5 445 और पीएम-10 का स्तर 407 दर्ज किया गया। जो बेहद खतरनाक स्थिति को दर्शाता है। वही एनओ-2 की मात्रा भी 181 दर्ज की गई। इसके कारण जिसके कारण लोगों को आंखों में जलन भी महसूस हुई। हवा की गति पांच किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रही। इस वजह से वायुमंडल में नमी 56 फीसदी बनी रही। वहीं अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह से लेकर शाम तक दिनभर बादल छाए रहने से आसमान में स्मॉग का असर और अधिक रहा।

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