नई दिल्ली। पिछले 6 दिन से लापता लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव सोलंकी का पता चल गया है। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में तैनात भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव सोलंकी का शव बरामद हो गया है। गौरव सोलंकी कांगो में चेगेरा द्वीप के पास कीवु लेक में कयाकिंग ट्रिप करने गए थे, लेकिन इस दौरान वह बाकी साथियों से बिछुड़ गए, लेकिन 6 दिन चले गहन सर्च अभियान के बाद आज गुरुवार को उनका शव बरामद कर लिया गया।
लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव सोलंकी जो मध्य अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में मिलिट्री स्टॉफ ऑफिसर के रूप में तैनात थे जो 8 सितंबर को गोमा के पास चेगेरा द्वीप के पास कीवु लेक में कयाकिंग करने गए थे। कुछ देर बाद साथ गए सभी लोग वापस अपने कैंप लौट आए, लेकिन गौरव सोलंकी वापस नहीं आए।
भारतीय सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव सोलंकी शनिवार दोपहर से लापता थे, और उनके लापता होने के बाद तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया था।
जल्द भारत लौटने वाले थे गौरव
जोरदार तरीके से किए गए सर्च अभियान के दौरान गौरव सोलंकी का शव गुरुवार को स्थानीय समयानुसार 11 बजे के करीब तलाश लिया गया। यह शव कीवु लेक के अंदर मिला, जो चेगेरा द्वीप से करीब एक किलोमीटर अंदर था। उनकी तलाश के लिए स्पीड बोट और कई हेलिकॉप्टर लगाया गया और गहन सर्च अभियान के बाद भारतीय अधिकारी की तलाश पूरी की जा सकी।
गौरव सोलंकी की मौत के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है। सूत्रों का कहना है कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है, हालांकि प्रथमदृष्टया प्रतीत होता है कि सोलंकी की मौत दुर्घटनावश डूबने से हुई है। सूत्रों के अनुसार, गौरव सोलंकी ने कांगो में अपना काम पूरा कर लिया था और वह अगले कुछ दिनों में भारत में अपने रेजिमेंट में शामिल होने वाले थे।
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