अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने से बेचैन पाकिस्तान ने सबसे पहले भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को खत्म कर लिया, जिससे वहां की जनता के मन में कई आशंकाएं उठ रही हैं। पाकिस्तानी जनता को खाद्य सामाग्री की कीमतें बढ़ जाने का डर सता रहा है। इस डर के कारण यहां की जनता में सरकार को लेकर भी गुस्सा है। बड़़ी़ संख्या में लोगों का कहना है कि भारत से आयात बंद होने के कारण इस बार की ईद सच में फीकी रहेगी, वहीं कुछ लोगों के मन में सवाल है कि न प्याज होगा और न सब्जियां, हम क्या खाएंगे?
वहां के व्यापारी वर्ग व आम जनता का कहना है कि भारत से आयात होने वाले खाद्य सामग्रियों का आना बंद हो जाने के कारण इस बार की ईद मुश्किल भरी होगी। पाकिस्तान की एक गृहिणी नजमा ने बताया, ‘बढ़ती महंगाई के कारण रोजमर्रा के रसोई के सामान की कीमतों से हम परेशान हैं। आय में कोई वृद्धि नहीं है, लेकिन दूध, सब्जियों, मीट से लेकर तमाम चीजें महंगी हो गई हैं। और अब भारत के साथ व्यापारिक संबंध को तोड़ने का फैसला न जाने क्या असर करेगा, नहीं पता, हम इसे कैसे मैनेज करेंगे।’ यहां तक कि फेरीवालों को भी सरकार के इस कदम का असर पता है।
पाकिस्तानी प्याज विक्रेता ने कहा, ‘ईद के लिए केवल 3-4 दिन ही बचे हैं और मार्केट में सुस्ती है। प्याज और सब्जियों के लिए हम भारत पर ही आश्रित हैं, जो कि ईद के खाने के लिए जरूरी सामान हैं। मुझे पक्का विश्वास है कि प्याज की कीमत काफी बढ़ जाएगी। हमें इमरान खान क्या खिलाना चाहते हैं? घास?’
पाकिस्तान में भारत से केमिकल, टमाटर और प्याज जैसे कई खाद्य सामग्रियों का आयात किया जाता था। यहां के बैंकर अशफाक ने कहा, ‘हकीकत में यह ईद ‘फीकी ईद’ होगी। और फिर यहां शादी का मौसम होगा, जिसपर भारत के साथ खत्म हुए व्यापारिक संबंधों का असर होगा। इसके बाद मुहर्रम भी सूना सा होगा। वास्तव में मुझे समझ में नहीं आ रहा कि इस कदम से हमारी अपनी अर्थव्यवस्था में सेंध लगाने वाली प्रतिक्रिया से सरकार क्या दिखाना चाहती है।’
आपको बता दें कि इस माह की शुरुआत में पाकिस्तानी सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 5.15 रुपये प्रति लीटर और 5.65 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया था। इसके अलावा केरोसिन तेल की कीमत में भी 5.38 रुपये का इजाफा हुआ है। इससे पहले सरकार द्वारा यहां के लोकप्रिय ब्रेड, नान और रोटी की कीमतों में कमी के आदेश दिए गए थे। फिलहाल पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में एक नान की कीमत 12-15 रुपये, रोटी की 10-12 रुपये है। नई कीमतें अभी लागू नहीं की गई हैं।
पुलवामा के बाद 200 फीसद सीमा शुल्क लगाए जाने के बाद आयात में कमी आई है। आतंकवादी हमले के बाद 16 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी आर्थिक कार्रवाई करते हुए भारत ने पड़ोसी देश से आयातित सभी वस्तुओं पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 200 फीसद कर दिया था।
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