देश में अधिकांश बिजली थर्मल पावर प्लांट से आती है, ऐसे में कोयले की खपत का पर्यावरण पर प्रभाव पड़ना लाज़मी है। यही वजह है कि विद्युत निगम ऑटोमैटिक पॉवर फैक्टर कंट्रोलर के जरिए उपभोक्ताओं के घरों की बिजली की खपत कम करने जा रहा है। निगम की मानें तो इस कंट्रोलर से उपभोक्ता अपना बिल पचास प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। वहीं, इसके लगने से विद्युत् उपकरणों के जलने-फुँकने की संभावना भी कई गुना कम हो जाती है।
गौरतलब है कि यह कंट्रोलर बतौर पायलेट प्रोजेक्ट शुरू में गजियाबाद के 250 उपभोक्ताओं के घरों में लगाया जाएगा। जिसे जल्द ही औद्योगिक इकाइयों सहित पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना है। विद्युत निगम अधीक्षण अभियंता जीडी द्विवेदी से मिली जानकारी के अनुसार इस कंट्रोलर की कीमत लोड के अनुसार तीन हजार रुपये से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक है, जबकि यह घरेलू उपभोक्ताओं को महज तीन हजार रुपये में उपलब्ध होगा।